जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास विभाग में बुधवार को स्वामी विवेकानंद के शिकागो में दिए गए ऐतिहासिक भाषण की 132वीं वर्षगांठ पर कार्यशाला एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवनदर्शन और विचारधारा से जोड़ना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ विभागाध्यक्ष डॉ. रसिकेश व व्यवसाय प्रबंध विभाग के प्राध्यापक उद्देश्य सिंह ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। छात्राओं अवंतिका व राज ने पुष्पगुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि उद्देश्य सिंह ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को फिल्मों और सोशल मीडिया के सितारों से नहीं, बल्कि स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विवेकानंद का 11 सितंबर 1893 का भाषण अभूतपूर्व था, जिसने पूरे विश्व को भारत की आध्यात्मिक शक्ति से परिचित कराया। विभागाध्यक्ष डॉ. रसिकेश ने कहा कि स्वामी जी के संक्षिप्त किन्तु प्रभावशाली विचार आज भी देश-विदेश में उतने ही प्रासंगिक हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद का शिकागो भाषण ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से दिखाया गया। भाषण प्रतियोगिता में अनुराग तिवारी ने प्रथम, संजना मिश्रा ने द्वितीय, वैशाली राय ने तृतीय, पूजा साहू ने चतुर्थ और अमृता सिंह ने पंचम स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को मुख्य अतिथि व डॉ. रसिकेश ने पुस्तक भेंटकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत में अनु पांडेय, गौरी सिंह और अर्शला खान ने “दया कर दान भक्ति का” समूह गीत प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। धन्यवाद ज्ञापन निधि सिंह ने किया, जबकि संचालन अवंतिका यादव और राज सैनी ने संभाला।
इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक अनुपम, डॉ. प्रवीण मिश्रा, द्विव्यांशु सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहें।