उपचाराधीन तथा कुष्ठ से विकलांग हुए 48 पुराने रोगियों को कंबल, सेल्फ केयर किट, एमसीआर की चप्पल बांटी
कुष्ठ रोग बैक्टीरिया से होने वाली एक सामान्य बीमारी, दवा करने से पूरी तरह से ठीक हो जाती है: सीएमओ
जौनपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के निर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर टीबी हास्पिटल परिसर में गुरुवार को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र के निर्देशानुसार सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह की अध्यक्षता में जागरूकता संदेश पढ़ा गया।सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि कुष्ठ रोग बैक्टीरिया से होने वाली एक सामान्य बीमारी है। यह दवा करने से पूरी तरह से ठीक हो जाती है। इसकी दवा सभी सरकारी अस्पतालों में नि: शुल्क उपलब्ध है। यह कोई अभिशाप, पाप या बुरे कर्म का नतीजा नहीं है। न ही जन्मजात या वंशानुगत बीमारी है। इसलिए कुष्ठ रोग होने पर संकोच नहीं करना चाहिए और डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में शरीर में कहीं दाग हो जाना, दाग के साथ उस जगह पर सुन्नपन होना, उसमें खुजली नहीं होना, हाथ-पैर की अंगुली में टेढ़ापन, हाथ-पैर के तलवों में झनझनाहट, नस का मोटा होना, हाथ-पैर में होने वाला कोई ऐसा दर्द रहित घाव जो ठीक नहीं हो रहा हो, जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ प्रभात कुमार ने आम जनमानस से ऐसे लक्षण दिखने पर संकोच नहीं करने और विकलांगता से बचने के लिए डॉक्टर से परामर्श लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोगी भी समाज के अंग हैं। उनसे भेदभाव करना उचित नहीं है। जो लोग कुष्ठ रोग से प्रभावित हो जाते हैं या विकलांग हो जाते हैं। उनका भी शासन द्वारा नैनी और अयोध्या में नि: शुल्क इलाज करवाया जाता है। इतना ही नहीं उन्हें आठ हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी साथ में दी जाती है। इस समय अपने जनपद में 116 कुष्ठ रोगियों का इलाज चल रहा है। हर महीने 10-12 लोग ठीक हो जाते हैं और उनका इलाज बंद कर दिया जाता है। कुष्ठ रोग के इलाज की अवधि छह महीने से 12 महीने तक ही होती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कुष्ठ प्रभावित कोई भी व्यक्ति छूटने न पाए, समाज में फैली भ्रांतियों को दूर भगाएं, आइये हम सब मिलकर कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाएं। इस दौरान कठपुतली शो के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया गया। उपचाराधीन कुष्ठ रोगी तथा कुष्ठ से विकलांग हुए 48 पुराने रोगियों को जिलाधिकारी, सीएमओ तथा जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ प्रभात कुमार के हाथों कंबल बांटा गया। उन्हें सेल्फ केयर किट, माइक्रोसेलुलर रबर (एमसीआर) की चप्पल बांटी गई और सूक्ष्म जलपान कराया गया। इस अवसर पर एसीएमओ डा वीसी पंत, एसीएमओ डॉ राजीव कुमार, जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ राकेश सिंह, कुष्ठ कार्यकर्ता अखिलेश, चंद्रशेखर आदि रहे। मंच संचालन सलिल यादव ने किया।