“मुद्दा” मंदिरों को वीवीआईपी मुक्त रखने की क़वायद शुरू, राममंदिर से हुईं शुरुआत

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पूर्वांचल लाईफ “पंकज सीबी मिश्रा”

जौनपुर! मंदिरों के वीआईपी और वीवीआईपी सिस्टम ने पूरे भक्ति माहौल का कबाड़ा कर रखा है। इन तौर तरीकों से जहां एक ओर आम जनता और श्रद्धालुओं को परेशानी होती है वहीं भक्ति भाव भी दूषित होती है। वीआईपी वालों को सुलभ और सार्थक दर्शन और फोन लें जाने की सरलता को देख घंटो लाईन में लगने वाले श्रद्धालुओं के मन में भगवान के प्रति उलाहना और वीआईपी लोगो के प्रति ईर्ष्या होती है जो सनातन के पतन के मुख्य कारणों में से एक बन रहा था किन्तु अब अयोध्या में राम मंदिर प्रशासन ने अच्छी पहल करते हुए मंदिर के अंदर मोबाइल फोन ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है! अब परिसर में कोई भी व्यक्ति चाहे वह वीआईपी हो अथवा वीवीआईपी मोबाइल फोन नहीं ले जा सकेगा। राम मंदिर ट्रस्ट और मंदिर प्रशासन ने शुक्रवार 24 मई को हुई बैठक में यह फैसला लिया। इस फैसले को 25 मई से लागू कर दिया गया है। हालांकि, ट्रस्ट का कहना है कि सुरक्षा कारणों से परिसर में मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था जो अब सब पर लागू होगा। उधर बीते सप्ताह दर्शन करने आई एक सांसद की बेटी और पुलिस अधिकारी का पुत्र मोबाइल फोन बैन के बाद सुरक्षाकर्मियों से झगड़ते नजर आए और कहने लगे की ज़ब फोटो नहीं खीचूंगी तो सोशल मिडिया पर क्या अपलोड करुँगी ! पुलिस अधिकारी के लड़के ने बवाल काटते हुआ कहा अधिकारी का बेटा हूँ अंदर से फोटो की व्यवस्था कराओ किन्तु उसकी एक नहीं सुनी गई। आम श्रद्धालुओं के मोबाइल ले जाने पर रोक बहुत पहले लगा दी गई थी। इसी बीच ट्रस्ट ने सुगम व विशिष्ट दर्शन की व्यवस्था पर भी तैयारी शुरू की है। विगत दिनों तक विशिष्ट पास वालों को एक मोबाइल ले जाने की अनुमति थी पर अब वह समाप्त कर दी गई। ज़ब काशी विश्वनाथ और राम मंदिर जैसे लोकास्था के मंदिरो में वीआईपी व वीवीआईपी के लिए मोबाइल ले जाने पर छूट होती है तो आम श्रद्धालुओं को अखरता है। सवाल उठ रहे थे कि ट्रस्ट और प्रशासन आम और खास श्रद्धालुओं में भेद क्यों कर रहा है। हालांकि, अब राम मंदिर में इस व्यवस्था पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया गया है देखना होगा काशी विश्वनाथ मंदिर में यह व्यवस्था कब समाप्त होगी! उधर बैठक में राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय मौजूद रहे। राम मंदिर ट्रस्ट एवं प्रशासन की बैठक में राम मंदिर ट्रस्ट एवं प्रशासन के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, मंडलायुक्त गौरव दयाल, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, आईजी प्रवीण कुमार, एसपी सुरक्षा पंकज पांडे शामिल हुए। मंदिर में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध के फैसले पर राम मंदिर ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर परिसर में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से सुरक्षा को खतरा है। वहीं आम भक्तों को भी ये अजीब लगा। उन्होंने कहा कि मंदिरो में छूट वाले लोग दर्शन के लिए कतार में खड़े होकर फोटो-सेल्फी लेने लगते हैं, जो सही नहीं लगता। इस फैसले के बाद श्रद्धालुओं को आसान और विशेष दर्शन कराने की व्यवस्था लागू रहेगी, लेकिन मोबाइल फोन पर प्रतिबंध रहेगा। एसपी सुरक्षा पांडे ने कहा कि इस व्यवस्था का सख्ती से पालन कराया जाएगा और चेकिंग प्वाइंट पर हर श्रद्धालु की जांच की जाएगी। अब काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन को लेकर भी सवाल उठने लगा है कि आखिर ट्रस्ट और प्रशासन आम और खास श्रद्धालुओं के बीच भेदभाव क्यों कर रहा है। देखना होगा कब भारतीय मंदिरों को केवल भक्त और भगवान के नाम से जाना जायेगा ना की वीआईपी, भक्त और स्पेशल दर्शन के नाम से।

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