28 जुलाई से 2 अगस्त तक आयोजित होगा “सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह” और “आकांक्षा हाट”

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स्थानीय कारीगरों के उत्पादों को मिलेगा मंच, विभिन्न विभागों की होगी भागीदारी

धनंजय राय, पूर्वांचल लाईफ

भदोही। जिले के आकांक्षात्मक विकास खंड औराई को मिली बड़ी सफलता के उपलक्ष्य में 28 जुलाई से 2 अगस्त तक दो प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे “सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह” और “आकांक्षा हाट”।

यह आयोजन स्टेट ट्रांसफॉर्मेशन कमीशन (नियोजन विभाग) एवं नीति आयोग, भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित किया जा रहा है। जिलाधिकारी शैलेष कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि “सम्पूर्णता अभियान” जुलाई से सितम्बर 2024 के बीच प्रदेश के आकांक्षात्मक विकास खंडों में चलाया गया था, जिसका उद्देश्य नीति आयोग द्वारा निर्धारित 40 इंडिकेटर्स में से 6 को पूर्णतः संतृप्त करना था।

इस अभियान के सकारात्मक परिणामस्वरूप भदोही जनपद का औराई ब्लॉक उन 42 आकांक्षात्मक विकास खंडों में शामिल हो गया, जहां 3 या अधिक इंडिकेटर्स संतृप्त हुए हैं। इसी उपलब्धि के उत्सव स्वरूप “सम्पूर्णता अभियान सम्मान समारोह” आयोजित होगा, जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स, अधिकारी एवं कर्मचारियों के योगदान को सम्मानित किया जाएगा।

‘वोकल फॉर लोकल’ को मिलेगा बढ़ावा – चित्रांगना लॉन में लगेगा “आकांक्षा हाट”

उक्त समारोह के साथ-साथ स्थानीय कारीगरों व हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित उत्पादों की एक सप्ताहीय प्रदर्शनी “आकांक्षा हाट” भी चित्रांगना लॉन में आयोजित की जाएगी। इस हाट का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देना और ‘वोकल फॉर लोकल’ को मजबूती प्रदान करना है।

विभागों को निर्देश: सक्रिय सहभागिता हो अनिवार्य:—–

मुख्य विकास अधिकारी बाल गोविंद शुक्ल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस कार्यक्रम में अपने विभाग से संबंधित स्टॉल, स्टैंडी, पोस्टर एवं बैनर लगवाकर पूरी सक्रियता से भाग लें।
इन विभागों में शामिल हैं:
मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी (आईसीडीएस), उपायुक्त उद्योग, जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन, आईटीआई/पॉलिटेक्निक प्राचार्य, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, उप निदेशक कृषि, बेसिक शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अभियंता (जल निगम ग्रामीण), व जिला पंचायतराज अधिकारी।

निष्कर्ष:—–

“सम्पूर्णता अभियान” न केवल विकास का प्रतीक बनकर उभरा है, बल्कि इससे जुड़े समारोहों के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, विभागीय योगदानकर्ताओं और आकांक्षात्मक विकास की दिशा में उठाए गए प्रयासों को एक मंच पर सम्मानित किया जा रहा है।

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