राष्ट्रवादी शरद पवार गुट द्वारा भिवंडी लोकसभा सीट पर बाल्या मामा उम्मीदवारी घोषित हुआ है, तभी से कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने खुलकर उनकी उम्मीदवारी का विरोध जताने लगे कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है, कि यह सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही जिसको छोड़ने का सवाल ही नही उठता है।
तरुणमित्र / सुजीत सिंह
भिवंडी : भिवंडी के नाशिक हाईवे पर स्थित वाटिका होटल में कोंकण क्षेत्र के कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों की सामूहिक बैठक हुई। जिसमे पार्टी के पदाधिकारियों ने खुलकर राष्ट्रवादी शरद पवार पार्टी द्वारा भिवंडी लोकसभा सीट पर सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा उम्मीदवारी घोषित की है, महाविकास आघाड़ी द्वारा नही की गई है, क्योंकि भिवंडी लोकसभा सीट कांग्रेस पारंपरिक सीट रही है। यदि हाईकमान ने भिवंडी लोकसभा सीट पर उम्मीदवार नही बदला तो कोंकण क्षेत्र के कांग्रेस पदाधिकारी सामूहिक इस्तीफा भी पार्टी को सौप सकते है। आयोजित बैठक में भिवंडी ग्रामीण जिलाध्यक्ष दयानंद चोरघे ने कहा कि कोंकण क्षेत्र में 7 लोकसभा सीट और 42 विधानसभा सीट आती है। अगर पार्टी इसी प्रकार हर जगह पारंपरिक सीट को छोड़ने लगी तो पार्टी के कार्यकर्ताओं में क्या संदेश जाएगा।
रायगढ़ जिलाध्यक्ष महेंद्र घरत ने कहा कि भिवंडी सीट पर घोषित उम्मीदवार के नही करेंगे कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उन्होंने बताया की पहले कहा गया कि रायगढ़ छोड़ो फिर कोई और सीट छोड़ो ऐसे कैसे चलेगा। घरत ने कहा कोंकण क्षेत्र सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी हाईकमान को यह अवगत करा दिया है कि भिवंडी लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी का ही उम्मीदवार ही लड़ेगा भिवंडी लोकसभा सीट पर राष्ट्रवादी शरद पवार पार्टी का कोई अस्तित्व नहीं वह जमीनी सच्चाई से कोसो दूर है। उन्होंने बताया कि कोई भी पैसे के दम पर टिकट लेकर चुनाव लड़ेगा इससे जो कार्यकर्ता पार्टी से निष्ठा पूर्वक जुड़ा है, उसपर क्या प्रभाव पड़ेगा। राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में जो कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने जो मेहनत किया उसकी कोई कीमत नहीं है। पार्टी को फिर से एक बार पुनः विचार करना चाहिए और भिवंडी लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए, महेद्र घरत ने कहा कि अगर कोंकण क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी को रहना है तो पार्टी को कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार उतरना ही होगा।