17 साल की यातना, 9 बार गर्भपात: आखिरकार न्याय की गुहार

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तरुणमित्र ब्यूरो
नवी मुंबई।

सपनों की शादी कब एक खौफनाक कहानी में बदल गई, इसका अंदाज़ा नवी मुंबई की एक महिला को तब हुआ जब प्यार से शुरू हुआ रिश्ता लगातार प्रताड़ना और हिंसा में बदल गया। 17 वर्षों तक घरेलू हिंसा, मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न सहने के बाद आखिरकार पीड़िता ने पति के खिलाफ कामोठे पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

पीड़िता के अनुसार, वर्ष 2005 में एक सहेली के दोस्त जितेश अचारी से दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्रेम में बदली और 2008 में दोनों ने परिवार की सहमति से विवाह कर लिया। विवाह के बाद सिवुड और फिर कामोठे में दोनों ने साथ जीवन शुरू किया। घर की जिम्मेदारियों से लेकर आर्थिक बोझ तक, सब कुछ महिला ने संभाला।

लेकिन शादी के कुछ ही समय बाद महिला के गर्भपात ने रिश्तों में दरार डाल दी। पति ने हर बार गर्भपात का दोष महिला पर मढ़ते हुए मारपीट शुरू कर दी। 17 वर्षों के दौरान महिला को 9 बार गर्भपात का सामना करना पड़ा। वर्ष 2014 में हालात इतने बिगड़ गए कि पति ने सिर तक फोड़ दिया।

हालात सुधारने की उम्मीद में महिला ने 2018 में एक बच्ची को गोद लिया, लेकिन नशे की लत में डूबे पति की हिंसा और अत्याचार थमे नहीं। एक वक्त ऐसा भी आया जब पिटाई के चलते महिला का हाथ टूट गया। फिर भी घर टूटने के डर से वह चुप रही- सहती रही।

आखिरकार अब जब सब्र का बांध टूटा, तो महिला ने साहस दिखाते हुए पुलिस का दरवाजा खटखटाया और पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

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