जयगुरुदेव संस्था की जनजागरण यात्रा पहुंची छंगापुर, संत पंकज जी महाराज ने दी आध्यात्मिक साधना की प्रेरणा
जौनपुर बदलापुर जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा की ओर से चल रही शाकाहार–सदाचार–मद्यनिषेध जनजागरण यात्रा बुधवार को बक्शा विकास खंड के छंगापुर गांव पहुंची। वहां आयोजित सत्संग सभा में राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज ने कहा कि मनुष्य शरीर अत्यंत दुर्लभ है और इसे पाकर प्रभु प्राप्ति के मार्ग पर चलना ही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिन्दू संतों ने इस शरीर को ‘हरि मंदिर’, फकीरों ने ‘कुदरती काबा’ और ईसा मसीह ने इसे ‘जिंदा ईश्वर का घर’ कहा है। आजकल प्रभु प्राप्ति की राह आसान हो गई है, जिसे सुरत-शब्द योग (नाम योग) के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य शरीर में अपार आध्यात्मिक खजाना भरा हुआ है, जिसे सिर्फ समर्थ सतगुरु के मार्गदर्शन से प्राप्त किया जा सकता है।
संत पंकज जी महाराज ने जयगुरुदेव बाबा की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने करोड़ों लोगों के हाथों से हिंसा के औजार छुड़वाकर उन्हें भगवान के भजन में लगा दिया। संस्था का उद्देश्य है कि लोग शाकाहारी बनें, नशे से दूर रहें और स्त्रियों को माँ–बहन–बेटी के रूप में देखने की संस्कृति को अपनाएं।
उन्होंने युवाओं में गिरते नैतिक मूल्यों पर चिंता जताई और कहा कि आज शिक्षित बच्चे माता-पिता की सेवा से बचने लगे हैं, जिससे वृद्ध आश्रमों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में बच्चों में संस्कार डालना अनिवार्य हो गया है।
इस अवसर पर ऋषिदेव श्रीवास्तव, अरुण कुमार वर्मा, डा. गणेश विश्वकर्मा, महेन्द्र कुमार बिन्द, विश्वनाथ यादव, कृपाशंकर अग्रहरि, राजदेव सरोज, गुड्डू सिंह प्रधान, शिव कुमार दुबे समेत संस्था के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शांति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग उल्लेखनीय रहा।