जौनपुर। पूर्वांचल की सांप्रदायिक एकता और अकीदत का प्रतीक माने जाने वाला अलम नौचंदी जुलूस-ए-अमारी इस वर्ष 31 जुलाई को पुरानी परंपराओं के साथ निकाला जाएगा। जुलूस की तैयारियों को लेकर अलम नौचंदी कमेटी ने जिलाधिकारी और सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर आयोजन मार्ग में व्याप्त अव्यवस्थाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया।
कमेटी के अध्यक्ष सैयद अलमदार हुसैन और सचिव सैयद शहंशाह हुसैन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा, जिसमें साफ-सफाई, सड़क मरम्मत, स्ट्रीट लाइट, नालियों की दशा और चिकित्सा सेवाओं जैसी मूलभूत जरूरतों को शीघ्र दुरुस्त करने की मांग की गई। अधिकारियों ने कमेटी को आश्वस्त किया कि जुलूस से पहले सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
इस अवसर पर इसरार एडवोकेट, रजा मेहदी एडवोकेट, नेयाज ताहिर एडवोकेट, सकलैन एडवोकेट समेत कई अधिवक्ता और समाजसेवी मौजूद रहे।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:———-
गौरतलब है कि यह जुलूस बीते 85 वर्षों से जौनपुर के इमामबाड़ा दालान (पुरानी बाजार) से निकलकर बेगमगंज स्थित सदर इमामबाड़ा तक आयोजित होता है। यह आयोजन सिर्फ मजहबी नहीं, बल्कि गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक भी माना जाता है। हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से इस जुलूस में शामिल होते हैं। इस बार जुलूस की मजलिस को अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शिया धर्मगुरु मौलाना मुराद रजा साहब (पटना) संबोधित करेंगे।
कमेटी की प्रमुख मांगें:———-
जुलूस के दिन दोपहर 12 बजे से रात 12 बजे तक निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
आपातकालीन सेवा हेतु एम्बुलेंस की उपलब्धता रहे।
जुलूस मार्ग की सड़कें गड्ढामुक्त कर मरम्मत की जाए, विशेषकर इमामबाड़ा दालान से सदर इमामबाड़ा तक।
छतरी घाट एवं सदर इमामबाड़ा के बीच की अंधेरी सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं।
टूटी नालियों की मरम्मत हो, जिससे सड़कों पर बहता गंदा पानी न रुके।
सुरक्षा के मद्देनज़र पर्याप्त पुलिस बल, पीएसी और महिला पुलिस की तैनाती की जाए।
नगर पालिका द्वारा बनाई गई टूटी नालियों को भी जुलूस से पहले दुरुस्त किया जाए।
कमेटी ने यह भी आग्रह किया कि प्रशासन इस पारंपरिक और विशाल आयोजन को लेकर गंभीरता बरते, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं और नगरवासियों को कोई असुविधा न हो।