पर्यटन मंत्री को मिला पूर्व प्रमुख सरिता सिंह का पत्र
पर्यटन विभाग ने दिए निर्देश, ऐतिहासिक धरोहर को मिलेगी नई पहचान
जौनपुर। केराकत के सिंहौली गांव स्थित प्राचीन गोमतेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण की उम्मीदें एक बार फिर जगी हैं। क्षेत्र की पूर्व ब्लॉक प्रमुख सरिता सिंह ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री को पत्र लिखकर मंदिर के सुंदरीकरण की मांग की है, जिसे संज्ञान में लेते हुए मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश जारी कर दिए हैं।
मंदिर की ऐतिहासिक महत्ता को रेखांकित करते हुए पूर्व प्रमुख संत कुमार सिंह ने बताया कि यह शिवलिंग महाभारत काल का प्रतीक है। मान्यता है कि अर्जुन ने केरकिन नामक राक्षस का वध करने से पूर्व यहीं शिवलिंग की स्थापना कर पूजा की थी। चूंकि यह स्थल गोमती नदी के तट पर स्थित है, इसलिए इसे ‘गोमतेश्वर महादेव मंदिर’ के नाम से जाना जाता है।
यह मंदिर न केवल केराकत विधानसभा का एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक भी है। सावन मास, महाशिवरात्रि सहित अन्य अवसरों पर यहां बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है और वर्ष में कई मेले भी आयोजित होते हैं।
मंदिर की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता जताते हुए सरिता सिंह ने कहा, “इतिहास और आस्था दोनों की दृष्टि से यह स्थल बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन मंदिर परिसर की स्थिति जर्जर हो चुकी है। इसे संरक्षित और संवारा जाना नितांत आवश्यक है।”
पर्यटन मंत्री द्वारा कार्रवाई के आश्वासन के बाद स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है। उम्मीद जताई जा रही है कि गोमतेश्वर महादेव मंदिर का सुंदरीकरण कार्य जल्द प्रारंभ होगा और यह स्थल न केवल धार्मिक, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।