सपा के समय आई सैमसंग कंपनी प्रदेश से क्यों कर्नाटक चली गई
संसदीय मंत्री ने संभाला विधानसभा में मामला
जौनपुर। औद्योगिक विकास मंत्री सपा विधायक डॉ. रागिनी सोनकर के सवालों का विधानसभा में जवाब गुरुवार को नहीं दे सके। जवाब देने की बजाय विभाग की उपलब्धियां गिनाने लगे। साथ ही लिखित जवाब को पढ़ना शुरू किया। इस पर स्पीकर ने बार- बार कहा कि यह लिखित जवाब आ गया है। आप अनुपूरक दो प्रश्नों का उत्तर दीजिए। इस पर सपा सदस्यों ने शोरशराबा शुरू कर दिया तब संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने स्थिति संभाली। सपा विधायक डॉ. रागिनी सोनकर औद्योगिक विकास मंत्री से पूछा कि जो कंपनियां निवेश करने आई वह उत्तर प्रदेश छोड़कर क्यों भाग रही है? आप यह मत बताइये की कौन नई कंपनियां आई। इंड्रस्टियल समिट मीट हुआ है कितनी कंपनियां बंद हो गई और कितनी जो निवेश करना चाहती थी वह छोड़कर चली गई। उन्होंने कहा कि सरकार कहीं न कहीं औद्योगिक विभाग पर मेहरबान रही। अनउपयोगी भूमि को औद्योगिक विभाग ने उपयोगी बनाने का दावा कर रही है। प्रदेश में बिजली, पानी और सड़क नहीं तो कहा से वह उद्योग चल रहे है। सैमसंग कंपनी समाजवादी सरकार में आई इस समय वह कर्नाटक समेत अन्य देशों में चली गई। मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को एक मिलियन इकोनामी बनाने का सपना दिखा रहे है। उप्र का इंड्रस्टियल ग्रोथ रेट क्या है और कब तक मुख्यमंत्री जी के लक्ष्य तक उत्तर प्रदेश पहुंचेगा। औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा था कि इससे नौकरी मिलेगी, विकास होगा, बायोमेडिकल डिवाइस, मंडी और कारीडोर बनेगा, मगर कुछ नहीं हुआ। साढ़े तीन लाख करोड़ के निवेश का दावा किया गया मगर जवाब में कहा गया कि एक लाख14 करोड़ का निवेश हुआ। यानी तीन प्रतिशत का निवेश। आखिर कैसे पूरी होगी मुख्यमंत्री के वन ट्रिलियन इकोनामी का सपना।