कांग्रेस को बताया देशभक्त और धर्मनिरपेक्ष पार्टी
मुंबई। बांद्रा पूर्व के कांग्रेसी विधायक जीशान सिद्दीकी द्वारा कांग्रेस को मुस्लिम विरोधी पार्टी कहे जाने पर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फरहान आजमी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बल पर विधायक का तमगा हासिल करने वाले जीशान सिद्दीकी ईडी और सीबीआई की जांच के डर से कांग्रेस छोड़कर भाग रहे हैं। जीशान सिद्दीकी काफी समय से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे। पार्टी में रहकर ही वह पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे थे। यही कारण है कि पार्टी ने उन्हें मुंबई युवक कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया। दूसरी तरफ उनके पिता बाबा सिद्दीकी राज्यसभा सदस्य न बनाए जाने से कांग्रेस को छोड़ दिया। परंतु कांग्रेस ने उन्हें क्या नहीं दिया था ? फरहान ने कहा कि कांग्रेस सभी समाज के लोगों के साथ-साथ मुस्लिम समाज को भी समान अवसर दिया, जिसके चलते मुस्लिम समाज ने काफी उन्नत किया। मुस्लिम समाज के अनेक लोगों को बड़े पदों पर आसीन किया गया। आजादी की लड़ाई से ही कांग्रेस एक देशभक्ति और पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी रही। कांग्रेस ने धर्म और जाति के आधार पर कभी भेदभाव नहीं किया। कांग्रेस अगर मुस्लिम विरोधी होती तो पहले जीशान सिद्दीकी के पिता बाबा सिद्दीकी को विधायक और मंत्री समेत तमाम ओहदे और खुद उन्हें विधायक बनने का अवसर नहीं देती। फरहान आजमी ने कहा कि जीशान सिद्दीकी को यह नहीं भूलना चाहिए, जिन लोगों ने उन्हें वोट देकर विधायक बनाया, वे कांग्रेसी विचारधारा के मतदाता थे। आने वाले समय में उन्हें जनता की ताकत का पता चल जाएगा। फरहान आजमी ने कहा कि जीशान यह क्यों भूल गए कि कांग्रेस पार्टी ने इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य के रूप में दिल्ली भेजा । देश का मुस्लिम समाज कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता की ताकत को जानता और समझता है। बीजेपी सिर्फ नफरत और डराने की राजनीति कर रही है। बीजेपी मैं मुस्लिम समाज के लिए कोई जगह नहीं है। वह सिर्फ हिंदू और मुसलमानों को आपस में लड़ाने में लगी है। देश का मुस्लिम मतदाता डरने वाला नहीं है। हमारे लिए देश की एकता और अखंडता सर्वोपरि है। आने वाले लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदाता मोदी सरकार के दमनकारी विचारधारा और नीतियों के खिलाफ वोट देंगे। उन्होंने कहा कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार का बनना तय है।