दो मासूम बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
जौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के काजीबाजार गांव में गुरुवार की रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। गांव के निवासी पंकज यादव (30 वर्ष) ने घर के प्रथम तल पर ग्रिल में गमछे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार और पूरे गांव में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी।
मृतक का परिचय और पारिवारिक स्थिति
पंकज यादव, जो जगपति यादव के पुत्र थे, स्लाइडिंग का कार्य करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके परिवार में पत्नी खुशबू यादव और दो छोटे बेटे उत्कर्ष (6 वर्ष) और आयुष (4 वर्ष) हैं। पंकज अपने दो भाइयों और तीन बहनों में सबसे बड़े थे और परिवार के लिए एक मजबूत सहारा थे। उनकी असमय मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है।
घटना का विवरण
गुरुवार को पंकज एक वैवाहिक कार्यक्रम से लौटे थे। रात में वे घर की पहली मंजिल पर बने कमरे में गए और ग्रिल के सहारे फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। देर रात जब परिजनों को इस घटना की जानकारी हुई तो उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया और पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पत्नी और बच्चों का हाल
पंकज की पत्नी खुशबू यादव का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके दो मासूम बच्चों पर से पिता का साया उठ गया है, जिससे परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार के अन्य सदस्यों के साथ गांव के लोग भी इस घटना से स्तब्ध हैं।
पुलिस जांच
पुलिस ने घटना की गहराई से जांच शुरू कर दी है। अभी तक आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है। मृतक के परिजन भी कोई ठोस वजह नहीं बता पा रहे हैं, जिससे यह घटना रहस्यमय बनी हुई है। क्राइम इंस्पेक्टर दिनेश सिंह ने बताया कि जांच जारी है और हर संभव एंगल से मामले को देखा जा रहा है। पुलिस ने मृतक के दोस्तों, परिजनों और अन्य संबंधियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
परिवार और समाज पर प्रभाव
पंकज की मृत्यु से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा गांव सदमे में है। उनके दो छोटे बच्चों की परवरिश और परिवार के आर्थिक हालात को लेकर परिजन और ग्रामीण चिंतित हैं। गांव के बुजुर्ग और युवा, सभी इस घटना को लेकर दुख और हैरानी व्यक्त कर रहे हैं।
अंत में
इस घटना ने फिर एक बार मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समर्थन की जरूरत पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की जांच और परिवार के सहयोग से इस दुखद घटना के पीछे की वजह का पता लगाया जाएगा।
यह विस्तारित समाचार घटना के विभिन्न पहलुओं को कवर करता है। क्या इसमें और कुछ जोड़ा या संशोधित किया जाना चाहिए?