गोरखपुर। नेचर क्लाइमेट फाउंडेशन के तत्वावधान में गोवर्धन पूजा के अवसर पर कान्हा उपवन गोशाला में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता और जलवायु संतुलन के महत्व पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत गोवर्धन पर्वत की प्रतीकात्मक पूजा और गौ-सेवा से हुई। कार्यक्रम के दौरान गऊ पूजा, अर्चना और हवन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. शिव कुमार वर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पूजा का संदेश केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण का प्रतीक भी है।
संस्था के अध्यक्ष राजकुमार नायक ने कहा कि गाय जन्म से मृत्यु तक मानव जीवन से जुड़ी है, इसलिए उसके संरक्षण में सभी को सहभागी बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में गाय में 33 करोड़ देवताओं का वास माना गया है।
मौके पर उपस्थित भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के मानद जीव जंतु कल्याण प्रतिनिधि डॉ. अमरनाथ जायसवाल ने बताया कि आज के युग में गोवर्धन पूजा का वास्तविक अर्थ है—प्रकृति, जल, वृक्ष और जीव-जंतुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना। हमें पारंपरिक पूजा के साथ-साथ पर्यावरण-संरक्षण के संकल्प को भी निभाना चाहिए।
कार्यक्रम में स्थानीय पशु प्रेमियों ने भाग लिया। वृक्षारोपण, जैविक खेती के महत्व पर चर्चा, तथा प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण का संकल्प लिया गया।
अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर शशि भूषण भारद्वाज, पंकज नायक, अजय यादव आदि मौजूद रहे।
