विद्यार्थियों को कारपोरेट के अनुरूप शिक्षा देने का प्रयास: कुलपति
उद्योग–संस्थान सहयोग को सुदृढ़ करने पर पीयू में बैठक
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में उद्योग-संस्थान सहयोग को सशक्त बनाने एवं विद्यार्थियों के लिए रोजगारोन्मुख अवसरों के विस्तार के उद्देश्य से एक उच्चस्तरीय बैठक सोमवार की शाम आयोजित की गई! बैठक में जियो इंफोकॉम लिमिटेड, मुंबई के प्रेसिडेंट (डिवाइस एंड सेल्स) सुनील दत्त मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय पूर्व छात्रों और कॉरपोरेट जगत के बीच सतत संवाद को उच्च शिक्षा की गुणवत्ता वृद्धि और कौशल-आधारित शिक्षण के लिए अनिवार्य मानता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप अनुभवपरक शिक्षण, नवाचार प्रयोगशालाओं और उद्योग-आधारित प्रशिक्षण के क्षेत्र में अग्रसर है। मेरी कोशिश है कि कारपोरेट जगत के अनुरूप विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में शिक्षा और प्रशिक्षण दिया जाए।
सुनील दत्त ने टेलीकॉम और डिजिटल सेक्टर में उभरते वैश्विक रुझानों-जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल कम्युनिकेशन सिस्टम-पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, परिणाम ( आउटकम)को परिभाषित करें और उस पर काम करें”, तभी शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य पूर्ण होगा। उन्होंने विद्यार्थियों में बहुआयामी कौशल और अनुकूलन क्षमता विकसित करने पर जोर दिया तथा विश्वविद्यालय को उद्योग और पूर्व छात्रों के साथ मजबूत नेटवर्क बनाने का सुझाव दिया।
प्रो. मानस पांडेय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर विचार रखे। कॉर्पोरेट सदस्य आईक्यूएसी विनीत सिंह पीयू के उद्योग मुखी शैक्षणिक संस्कृति के निर्माण की दिशा में दूरदर्शी कदम बताया। प्रो. प्रदीप कुमार, निदेशक (सेंट्रल ट्रेंनिंग एवं प्लेसमेंट सेल), ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रारंभ की गई सशुल्क इंटर्नशिप योजना, अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डेवलपमेंट प्रोग्राम , एलुमनाई कनेक्ट एवं मेंटरिंग स्कीम की जानकारी दी। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ राहुल सिंह महाविद्यालय के समक्ष तकनीकी संसाधनों की कमी जैसे चुनौतियों का उल्लेख किया।
कार्यक्रम में प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. प्रमोद यादव, डॉ. विनोद कुमार सिंह, शिक्षक संघ पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर विजय सिंह, डॉ रसिकेश, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ आलोक गुप्ता, डॉक्टर मनीष प्रताप सिंह, डॉ राज बहादुर यादव, उपकुलसचिव अजीत सिंह, डॉ. शैलेंद्र सिंह, डॉ .प्रभाकर सिंह सहित अनेक शिक्षक एवं अधिकारी उपस्थित रहे। अंत में कुलसचिव केश लाल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। यह बैठक विश्वविद्यालय और उद्योग जगत के बीच सेतु निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध हुई।