वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में “समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश @2047” कार्यशाला का आयोजन
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट सभागार में “समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश @2047” विषयक संवाद एवं विचार कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा ने युवाओं को उत्तर प्रदेश के विकास में भागीदार बनने का आह्वान करते हुए कहा, “यदि युवा संकल्प लें, तो उत्तर प्रदेश विकसित भारत में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।” उन्होंने जौनपुर में नये उद्योगों की स्थापना हेतु विद्यार्थियों के सुझाव को अपने रिपोर्ट में शामिल करने की बात की।
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने अपने संबोधन में युवाओं को रोजगार पाने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश का भविष्य युवाओं के हाथ में है। उन्होंने कहा कि युवा अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखे. आगे के बढ़ने किये स्वास्थ्य का सही होना बहुत जरुरी है.
कार्यशाला का शुभारंभ शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी एवं सचिव, मानवाधिकार आयोग के. धनलक्ष्मी, सेवानिवृत्त आईपीएस प्रमोद कुमार, पूर्व प्रोफेसर धरनीधर दूबे, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुरेश कन्नौजिया, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र, सहित अन्य गणमान्यजनों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर किया गया।
इसके उपरांत विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण पीपीटी के माध्यम से किया गया। साथ ही विद्यार्थियों द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में उत्साह का संचार किया।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. प्रमोद यादव, प्रो. गिरिधर मिश्र, सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक, छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।