मुंबई। 7 सितंबर।
मुंबई के प्रभादेवी स्थित पु. ल. देशपांडे महाराष्ट्र कला अकादमी में शुक्रवार को “कला संवाद” द्वारा आयोजित भव्य कला प्रदर्शनी “अनफॉरगेटेबल मेमोरीज” एवं “मुंबई मानसून” का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री आशीष शेलार और बेलारूस के राजदूत अलियाक्सांद्र मात्सुको ने संयुक्त रूप से किया। यह प्रदर्शनी आमजन के लिए 21 सितंबर तक खुली रहेगी।
पितृपक्ष में अनूठी श्रद्धांजलि
इस प्रदर्शनी की विशेषता है देश में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से निर्मित चित्रों का प्रदर्शन। “अनफॉरगेटेबल मेमोरीज” शीर्षक से लगी इस कला श्रृंखला में मुंबई, देश और मानवता की बुनियाद गढ़ने वाले महापुरुषों को पितृपक्ष के अवसर पर रचनात्मक श्रद्धांजलि दी गई है।
प्रदर्शनी में 32 महान विभूतियों के चित्र प्रदर्शित हैं जिनमें अहिल्याबाई होलकर, जमशेदजी जीजीभॉय, लोकमान्य तिलक, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद, सावरकर, जे.आर.डी. टाटा, आचार्य तुलसी, लता मंगेशकर, रतन टाटा, ओशो रजनीश, आचार्य विद्यासागर महाराज आदि शामिल हैं।
संस्कृति और टेक्नोलॉजी का मेल
मंत्री आशीष शेलार ने अपने संबोधन में कहा—
“यह प्रदर्शनी प्रधानमंत्री मोदीजी के विजन के अनुरूप संस्कृति और टेक्नोलॉजी का अद्भुत संगम है। समाज को प्रेरित करने वाली पहल है।”
वहीं बेलारूस के राजदूत मात्सुको ने कहा—
“कला पूरे विश्व को जोड़ने का कार्य करती है और एआई से बने ये चित्र महान आत्माओं की प्रेरणा को जीवित रखते हैं।”
परिजनों और विशिष्ट अतिथियों का सम्मान
जिन महान विभूतियों के चित्र प्रदर्शित किए गए, उनके परिजनों में नानासाहेब जगन्नाथ शंकरसेठ के प्रपौत्र उदय शंकरसेठ, आर.के. लक्ष्मण की बहू ऊषा लक्ष्मण और स्वतंत्रता सेनानी पुरुषोत्तमदास पुरोहित के पुत्र जगदीश पुरोहित को मंच पर सम्मानित किया गया।
इसके अलावा पद्मश्री प्रेमजीत बारिया, पद्मश्री उदय देशपांडे, आईएएस निधि चौधरी, आईआरएस प्रशांत पाटील, काला घोड़ा एसोसिएशन की चेयरपर्सन वृंदा मिलर सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे और प्रदर्शनी की सराहना की।
“मुंबई मानसून” में विविध कला रूप
प्रदर्शनी का दूसरा हिस्सा “मुंबई मानसून” शीर्षक से आयोजित हुआ, जिसमें देशभर से आए 34 चुनिंदा कलाकारों की पेंटिंग्स, मूर्तियां, कला कृतियां और फोटोग्राफी प्रदर्शित की गई।
सफल आयोजन
कार्यक्रम का सफल संचालन क्रिएटिव कनिका ने किया। आयोजन की कमान कला संवाद के राजकुमार शर्मा, आर्ट क्यूरेटर नंदू सरस्वती, हर्षित शर्मा, राजेंद्र भोंसले, संतोष आड़विलकर, दीपक बच्छाव (पाटील), सतीश सुवारें (डिज़ाइनर) और भगवान कदम ने संभाली।
कार्यक्रम की झलकियों को फोटोग्राफर मुकेश मेहरा और दिलीप कागड़ा ने कैमरे में कैद किया।