जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था की 122 दिवसीय जनजागरण यात्रा पहुँची अर्गूपुर कला
पूर्वांचल लाइफ़ पंकज जायसवाल
जौनपुर शाहगंज।
जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा द्वारा संचालित 122 दिवसीय जनजागरण यात्रा शनिवार को अपने 21वें पड़ाव पर शाहगंज तहसील के अर्गूपुर कला पहुँची। पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित विशाल सत्संग में राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज के प्रवचनों को सुनने श्रद्धालुओं का सागर उमड़ पड़ा।
सभा को संबोधित करते हुए संत पंकज महाराज ने कहा कि भगवान की भक्ति के लिए घर-परिवार छोड़ना आवश्यक नहीं है। गृहस्थ जीवन में रहते हुए, ईमानदारी से जीविका अर्जित कर परिवार का पालन-पोषण करते हुए भी प्रभु का स्मरण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर मनुष्य जन्म लेने से पहले प्रभु-भजन का वचन देता है, लेकिन सांसारिक मोह-माया में उलझकर उसे भूल जाता है और अंतिम समय पर ईश्वर का सहारा ढूंढ़ता है। ऐसे अवसर पर केवल समर्थ गुरु ही मार्गदर्शन कर सकते हैं।
संत पंकज महाराज ने समाज में बढ़ रही बुराइयों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जाति-पांति और धर्म-मजहब के नाम पर होने वाले विवादों ने कभी किसी को लाभ नहीं पहुँचाया। हिंसा, अपराध व अशुद्ध खान-पान से दूर रहकर सभी को सात्विक व शाकाहारी जीवन अपनाना चाहिए। युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने शराब और नशे को सबसे बड़ा अभिशाप बताया और कहा कि शराब हजारों गुनाहों की जननी है, जिससे परिवार और समाज दोनों बर्बाद होते हैं।
गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए संत जी ने कहा कि गुरु की सत्ता सर्वोपरि है। बिना गुरु के जीवन रूपी सागर को पार करना असंभव है। संत-महात्मा सबके कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। यदि उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतार लिया जाए तो जीवन स्वतः संवर जाता है।
उन्होंने श्रद्धालुओं को जानकारी दी कि मथुरा स्थित जयगुरुदेव आश्रम, बरदानी मंदिर में आगामी 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक वार्षिक भंडारा व सत्संग मेला आयोजित होगा, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालुओं के पहुँचने की संभावना है।
इस अवसर पर ऋषिदेव श्रीवास्तव, बालेन्द्र मिश्रा, नरेंद्र बहादुर सिंह प्रबंधक, दल सिंगार, राकेश शर्मा, श्यामबली बिन्द, राम पूजन मिश्रा, कामता प्रसाद प्रजापति, प्रेमचन्द्र अग्रहरि तथा प्रतापगढ़ से पहुँचे सहयोगी संगत सूर्यबली सिंह सहित बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।