“पुलिस की साजिश का पर्दाफाश: इंस्पेक्टर-दारोगा समेत 9 पर मुकदमा दर्ज”

Share

जौनपुर: पुलिस विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाते हुए जौनपुर में तत्कालीन इंस्पेक्टर और दारोगा समेत 9 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य गंभीर आरोपों में केस दर्ज हुआ है। मामला 2019 का है, जब बागपत के निश्चय राणा को झूठे मुकदमों में फंसाने की साजिश रची गई।

मामले की शुरुआत———-

2012 में बागपत के निरपुड़ा गांव में निश्चय राणा के पिता बृजपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निश्चय ने हत्या के आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। इसके बाद से आरोपियों ने उस पर समझौते का दबाव बनाया। जब निश्चय ने झुकने से इंकार कर दिया, तो उसके खिलाफ कई राज्यों में झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए। इनमें गंभीर आरोप जैसे सामूहिक दुष्कर्म तक शामिल थे, लेकिन निश्चय हर केस में बरी होता गया।

जौनपुर में फर्जी मुकदमे की साजिश—————

पीड़ित का आरोप है कि 2019 में जौनपुर के लाइन बाजार थाने में राम आसरे सिंह को पैसे का लालच देकर निश्चय के खिलाफ झूठी शिकायत कराई गई। तत्कालीन इंस्पेक्टर संजय वर्मा ने इस आधार पर 2023 में निश्चय पर धोखाधड़ी, गाली-गलौज और गैर इरादतन हत्या जैसी धाराओं में केस दर्ज किया। विवेचना के दौरान दारोगा गोपाल जी तिवारी ने फर्जी तरीके से नोटिस जारी कर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी।

ADG के हस्तक्षेप से खुलासा————

पीड़ित ने वाराणसी जोन के एडीजी से शिकायत की, जिसके बाद मामले की जांच हुई। जांच के बाद तत्कालीन इंस्पेक्टर संजय वर्मा, दारोगा गोपाल जी तिवारी, राम आसरे सिंह और अन्य 6 लोगों पर धोखाधड़ी (धारा 420), फर्जी दस्तावेज तैयार करना (467, 468, 471), धमकी (506), और साजिश रचने (120-B) जैसे आरोपों में केस दर्ज किया गया।

वर्तमान स्थिति———–

संजय वर्मा को प्रमोशन देकर फतेहगढ़ में सीओ के पद पर तैनात किया गया है, जबकि गोपाल जी तिवारी अभी भी जौनपुर में सेवा दे रहे हैं। मामले ने पुलिस की कार्यप्रणाली और सत्यनिष्ठा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

न्याय के लिए संघर्ष———

निश्चय राणा ने झूठे मुकदमों और फर्जी चार्जशीट का सामना करते हुए, सच्चाई के लिए लंबा संघर्ष किया। एडीजी के आदेश पर अब कार्रवाई होने से पीड़ित को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

पुलिस प्रशासन पर उठ रहे सवालों के बीच यह मामला एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!