गैरशैक्षणिक कार्यों से शिक्षण व्यवस्था बाधित होने पर जताई चिंता
पूर्वांचल लाइफ़ पंकज जायसवाल
जौनपुर। शाहगंज क्षेत्र के शिक्षकों में उस समय गहरी नाराज़गी देखी गई जब उन्हें एक बार फिर बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की ड्यूटी में लगाया गया। मंगलवार को ब्लॉक परिसर में बड़ी संख्या में शिक्षक इकट्ठा हुए और इस आदेश के खिलाफ प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी एवं क्षेत्रीय विधायक रमेश सिंह को ज्ञापन सौंपा।
शिक्षकों का तर्क “पठन-पाठन हो रहा बाधित”
प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने बीएलओ ड्यूटी को शैक्षिक दायित्वों में हस्तक्षेप करार देते हुए कहा कि बार-बार गैरशैक्षणिक कार्यों में लगाए जाने से विद्यालयों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जिससे छात्रों का भविष्य संकट में पड़ सकता है।
संगठनों ने उठाई एकजुट आवाज
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ और अटेवा के बैनर तले संयुक्त रूप से विरोध दर्ज कराया गया। महासंघ के जिला सह-संयोजक डॉ. अभिषेक सिंह, अटेवा से अनिल कुमार व विवेक कुमार ने कहा कि शिक्षकों को लगातार चुनाव, सर्वे, जनगणना और बीएलओ जैसे दायित्वों में झोंकना अनुचित है।
“शिक्षक शिक्षण के लिए हैं, न कि हर सरकारी काम के लिए” – वक्ताओं ने यह दोहराते हुए सरकार से स्पष्ट नीति बनाए जाने की मांग की।
सैकड़ों शिक्षकों ने दर्ज कराया विरोध
प्रदर्शन में धनंजय मिश्रा, प्रमोद कुमार, धर्मेंद्र यादव, संजीत कुमार, लाल बहादुर, रविन्द्र यादव, अनिरुद्ध सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में शिक्षकों को गैरशैक्षणिक कार्यों से पूर्णतः मुक्त किए जाने की मांग की।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
विरोध के बाद उपजिलाधिकारी और विधायक रमेश सिंह ने शिक्षकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और मामले पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।