भांवरकोल, गाज़ीपुर।
बीएसएफ (BSF) में भर्ती का झांसा देकर दो युवकों से 12 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी का शिकार बने पलिया गांव निवासी धीरज कुमार राय और आदित्य यादव ने इस संबंध में भांवरकोल थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में जुट गई है।
पीड़ितों के अनुसार, वर्ष 2020 में देवचंदपुर निवासी सुभाष यादव ने उन्हें मध्य प्रदेश के सतना जिले में रहने वाले राजीव कुमार तिवारी से मोबाइल के जरिए परिचित कराया। बताया गया कि राजीव और उनके भाई संजय तिवारी की सरकारी नौकरियों में अच्छी पकड़ है और वे बीएसएफ में नौकरी लगवा सकते हैं। इसके बदले दोनों युवकों से 6-6 लाख रुपये की मांग की गई।
आरोपियों पर भरोसा करते हुए पीड़ितों ने समय-समय पर मिर्जाबाद से बैंक खाते और नकद माध्यम से कुल 12 लाख रुपये दे दिए। बाद में उन्हें नियुक्ति पत्र भी सौंपे गए। लेकिन जब उन्होंने यह नियुक्ति पत्र अपने जानकारों को दिखाए, तो शक हुआ कि दस्तावेज फर्जी हैं। पुष्टि के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
सच सामने आने पर दोनों युवक मध्य प्रदेश स्थित आरोपियों के घर पहुंचे और पैसे वापस मांगे। तहरीर में आरोप है कि वहां उन्हें जबरन कुछ सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराए गए और 4 लाख 75 हजार रुपये का एक फर्जी चेक थमा दिया गया। साथ ही जान से मारने की धमकी देकर उन्हें लौटा दिया गया। बाद में बैंक से जानकारी मिली कि वह चेक भी नकली है।
भांवरकोल थानाध्यक्ष संतोष कुमार राय ने बताया कि पीड़ितों की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि सुभाष यादव और उनके साथियों के खिलाफ अन्य शिकायतें भी मिल रही हैं। यदि आरोपों की पुष्टि होती है, तो उनके विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।