जौनपुर।
ग्यारहवें विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में लोहिया पार्क के विशाल प्रांगण में एक भव्य योग शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और देव योग प्रार्थना के साथ हुआ। योगाचार्य अमरनाथ के निर्देशन में शिविर की शुरुआत हुई, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। इस वर्ष की योग दिवस की थीम “वन पृथ्वी, वन योग फॉर हेल्थ” पर आधारित कार्यक्रम ने सभी को प्रेरित किया।
योग अभ्यास और मार्गदर्शन:
योगाचार्य अमरनाथ ने शिविर में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को योग के विभिन्न आसन कराए। इनमें ताड़ासन, वृक्षासन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्त्रिका, नाड़ी शोधन और सूर्य नमस्कार जैसे आसनों का अभ्यास शामिल रहा। योग गुरु ने योग के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और वैश्विक लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाने की प्रेरणा दी।
योग और उसके इतिहास पर वक्तव्य:
कार्यक्रम के दौरान प्रमुख वक्ता डॉ. सुशील अग्रहरी ने योग के विभिन्न प्रकार, उनके लाभ, और 84 सामान्य आसनों की जानकारी दी। उन्होंने “अष्टांग योग” की महत्ता बताते हुए कहा कि प्रथम योगी भगवान शिव को “आदियोगी” माना जाता है, जिन्होंने सप्तर्षियों को योग की शिक्षा दी। उन्होंने महर्षि पतंजलि को आधुनिक योग का जनक बताया।
विशिष्ट अतिथि एवं प्रतिभागी:
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अरुण, डॉ. राजीव, सुरेश, और विनोद सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। प्रमुख वक्ताओं में रविंद्र सिंह, सर्वेंद्र सिंह पांडे, सत्य प्रकाश मिश्रा, बसंत दुबे, और नरेंद्र मिश्रा ने भी अपने विचार साझा किए।
योग शिविर में महिला प्रतिभागियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रमुख योग साधिकाओं में माधुरी सिंह, सुमन सिंह, डॉ. निवेदिता सिंह, विनीता बरनवाल, प्रीति सिंह, और संगीता समेत अन्य साधिकाएं शामिल रहीं।
सम्मान और समापन:
कार्यक्रम के अंत में सभी योग साधकों को अंग वस्त्रम और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद योग की महत्ता को समझाते हुए सभी को योग शपथ दिलाई गई।
इस आयोजन ने न केवल योग के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि इसे जीवनशैली में शामिल करने के लिए प्रेरित किया।