साइबर ठगी के 38 पीड़ितों को लौटाए 20 लाख!
जौनपुर। जिले से एक बेहद राहत भरी खबर सामने आई है। साइबर क्राइम थाना की टीम ने बीते दो महीनों में साइबर ठगी के शिकार 38 पीड़ितों को उनका पैसा वापस दिलाया है। इसके अलावा, लगभग 25 लाख रुपये कीमत के 101 गुमशुदा मोबाइल फोन भी विभिन्न राज्यों से बरामद कर उनके असली मालिकों को सौंपे गए।
विशेष अभियान और पुलिस की सफलता
सिटी एसपी आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ के निर्देशन में की गई। अभियान के तहत, अप्रैल और मई के महीनों में साइबर क्राइम थाना जौनपुर ने गुमशुदा मोबाइलों और ठगी से जुड़ी धनराशि का पता लगाने के लिए दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की।
एसपी श्रीवास्तव ने मीडिया से बातचीत में कहा,
> “हमारा उद्देश्य केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि जनता को राहत पहुंचाना भी है। तकनीकी साधनों का उपयोग कर गुमशुदा मोबाइल और ठगी गई धनराशि को ट्रेस किया गया और उन्हें संबंधित व्यक्तियों तक पहुंचाया गया।”
जनता को मिली बड़ी राहत
पुलिस के इस प्रयास से उन लोगों को बड़ी राहत मिली, जिनका पैसा ठगी में खो गया था या जिनके मोबाइल फोन गुम हो गए थे।
जब पुलिस ने लोगों को उनके मोबाइल फोन लौटाए, तो उनके चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी। कई लोगों ने बताया कि वे अपने डेटा और संपर्कों को लेकर काफी परेशान थे।
महत्वपूर्ण सलाह और जागरूकता
साइबर क्राइम टीम ने नागरिकों को जागरूक करते हुए कहा:
अगर आपका मोबाइल गुम हो जाए तो तुरंत नजदीकी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराएं।
CEIR पोर्टल पर अपनी शिकायत पंजीकृत करें।
यदि आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो 1930 हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
साइबर क्राइम टीम: एक मिसाल
जौनपुर की साइबर क्राइम टीम ने अपनी मुस्तैदी और संवेदनशीलता से न केवल अपराधियों को काबू में किया, बल्कि पीड़ितों के खोए हुए विश्वास को भी लौटाया। इस तरह की कार्रवाइयां यह साबित करती हैं कि कानून और व्यवस्था सिर्फ सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि जनता की मदद और राहत पहुंचाने का भी एक जरिया है।
संदेश:
साइबर क्राइम टीम के इस सफल अभियान से यह स्पष्ट होता है कि सही दिशा में किए गए प्रयास न केवल अपराधों पर अंकुश लगा सकते हैं, बल्कि जनता के दिलों में पुलिस के प्रति विश्वास को भी मजबूत कर सकते हैं। ऐसे प्रयास समाज में सुरक्षा और भरोसे का एक नया आयाम प्रस्तुत करते हैं।