जौनपुर। जलालपुर थाना क्षेत्र के पराऊगंज पुलिस चौकी की महिला इंचार्ज पर हमले के मामले में पुलिस तेजी से जांच और कार्रवाई में जुटी है। अब तक दर्जनभर से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। पुलिस का दावा है कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए दस से अधिक टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
पुलिस की सक्रियता इस कदर बढ़ गई है कि आरोपियों की पत्नियों तक को पूछताछ के लिए थाने लाया जा रहा है। इस कार्रवाई पर अब सवाल भी खड़े होने लगे हैं। कई सामाजिक संगठनों ने विरोध जताते हुए कहा है कि केवल संदेह के आधार पर महिलाओं को थाने बुलाना कानून की मर्यादा के खिलाफ है।
क्या है पूरा मामला?
यह गंभीर घटना 14 मई की रात करीब 12 बजे की है। पराऊगंज चौकी की प्रभारी उपनिरीक्षक प्रतिमा सिंह अपने पांच सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ दबिश देकर दो बाइक और एक स्कूटी से लौट रही थीं। इसी दौरान एक पिकअप वाहन ने पहले दीवान की बाइक को टक्कर मार दी, और थोड़ी दूरी पर चल रही स्कूटी को भी जानबूझकर टक्कर मारी, जिससे चौकी प्रभारी गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां वे जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही हैं।
पशु तस्करी से जुड़ा हो सकता है मामला
प्राथमिक जांच में पुलिस को शक है कि इस हमले के पीछे संगठित पशु तस्करों का हाथ हो सकता है। पुलिस उन लोगों की कुंडली खंगाल रही है जो पूर्व में पशु तस्करी के मामलों में जेल जा चुके हैं, साथ ही उनके संपर्कों की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इस दुस्साहसिक हमले की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा। घटना के बाद क्षेत्र में पुलिस की सतर्कता और गश्त बढ़ा दी गई है।