संवाददाता निशांत सिंह
जौनपुर। मछलीशहर तहसील क्षेत्र इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। तेज़ धूप और लगातार बढ़ते तापमान ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जहां इंसान गर्मी से बेहाल हैं, वहीं पशु-पक्षी भी राहत की तलाश में हैं। दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा रहा है, और सुबह सूरज की तेज किरणें दिन की कठिनाईयों का संकेत देती हैं।
खेतों में नमी की कमी, फसलें संकट में———
खेतों में उगाई गई सब्जियों को बार-बार सिंचाई की ज़रूरत पड़ रही है, लेकिन तेज़ धूप से नमी जल्द ही गायब हो रही है। नतीजतन, खेतों में दरारें पड़ने लगी हैं। किसान परेशान हैं, क्योंकि फसलों को बचाना अब बड़ी चुनौती बन गया है।
सड़कों पर सन्नाटा, पेड़ों की कटाई बनी परेशानी——–
दोपहर होते-होते सड़कों पर लोगों की आवाजाही लगभग खत्म हो जाती है। मछलीशहर-जंघई हाईवे पर एक बजे का नज़ारा ऐसा है जैसे सन्नाटा पसरा हो। बीते साल सड़क निर्माण के दौरान काटे गए विशाल वृक्षों की कमी अब साफ महसूस हो रही है। पहले जहां छांव राहगीरों को राहत देती थी, अब वहां सिर्फ तपती धूप है।
स्कूलों में छुट्टी, बाज़ार में बढ़ी इन्वर्टर की मांग——-
तेज गर्मी को देखते हुए निजी स्कूलों ने ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया है, लेकिन सरकारी स्कूल अब भी खुले हैं। गर्मी की वजह से इन स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति में भारी गिरावट देखी जा रही है। दूसरी ओर, बाजार में कूलर, पंखे और इन्वर्टर की मांग अपने चरम पर है। इलेक्ट्रॉनिक सामान की मरम्मत करवाने वालों की दुकानों पर भीड़ बढ़ रही है।
मजदूरों की हालत नाजुक—–
खेतों, सड़क निर्माण और भवन निर्माण में लगे मजदूर तेज़ धूप में काम करते हुए बेहाल हो रहे हैं। ठंडे पानी और छांव का अभाव उनकी मुश्किलें और बढ़ा रहा है।
निष्कर्ष———
भीषण गर्मी और लू ने मछलीशहर के जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। ऐसी परिस्थितियों में लोगों को सतर्क रहने और अत्यधिक गर्मी से बचने के उपाय अपनाने की सलाह दी जातीं हैं।