जौनपुर। नगर के कालीकुत्ती क्षेत्र में 14 मई 2025 की सुबह सात बजे एक बड़ा हादसा टल गया। प्रसाद स्कूल की बस, जो बच्चों को लेने के लिए जा रही थी, सरस्वती इंटर कॉलेज की गली के मोड़ पर सीवर के गड्ढे में धंस गई। गनीमत रही कि बस में उस समय कोई बच्चा सवार नहीं था, अन्यथा स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी।
हादसे की वजह सरस्वती इंटर कॉलेज से पूर्व सांसद धनंजय सिंह के आवास तक जाने वाली गली में इन दिनों सीवर पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस काम में अनियमितताएं बरती गईं हैं। मिट्टी सही तरीके से नहीं भरी गई थी और न ही जमीन को पर्याप्त रूप से दबाया गया था। इसके साथ ही, नाली के पानी का रिसाव नीचे की जमीन को कमजोर कर रहा था।
इन्हीं कारणों से बस का वजन गली की कमजोर जमीन सहन नहीं कर पाई और वह अचानक गड्ढे में धंस गई। हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई और कुछ समय के लिए यातायात बाधित हो गया।
राहत कार्य और प्रशासन की कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही स्कूल प्रशासन सक्रिय हो गया। कुछ ही देर में क्रेन मंगाकर बस को गड्ढे से बाहर निकाला गया। बस को बाहर निकालने के बाद ही यातायात सामान्य हो सका और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि, इस घटना ने प्रशासन और सीवर पाइपलाइन परियोजना में शामिल ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय लोगों का गुस्सा इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी साफ देखने को मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि सीवर पाइपलाइन डालने का काम बेहद लापरवाही से किया जा रहा है। “अगर बस में बच्चे होते तो कौन जिम्मेदार होता?” एक स्थानीय निवासी ने गुस्से में कहा।
लोगों ने प्रशासन से इस मामले की जांच कराने और दोषी ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
भविष्य की सुरक्षा पर सवाल यह हादसा नगर के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और लापरवाही की ओर इशारा करता है। ऐसे हादसे न केवल जनता की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं, बल्कि प्रशासन की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करते हैं।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि विकास कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करना और उनकी उचित निगरानी करना बेहद जरूरी है। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी गंभीर हादसे हो सकते हैं।