जौनपुर, 18 अप्रैल 2025: जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चितरसारी गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। गांव के निवासी 28 वर्षीय किशन मौर्य उर्फ मोनू, पुत्र मंजू मौर्य, की लाश उनके पड़ोसी अखिलेश मौर्य उर्फ हृदय मौर्य के घर में फांसी के फंदे से लटकती हुई मिली। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है, और लोग भय और आशंका के बीच इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं।
घटना का विवरण
शुक्रवार सुबह गांव के कुछ लोगों ने अखिलेश मौर्य के घर से असामान्य हलचल देखी। संदेह होने पर उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने फांसी के फंदे से लटकती हुई किशन की लाश को देखा और उसे कब्जे में ले लिया। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है, लेकिन घटना के समय किशन पड़ोसी के घर क्यों गया और उसने आत्महत्या क्यों की, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
पुलिस ने घटना स्थल से कुछ महत्वपूर्ण सुराग जुटाए हैं और फॉरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया है। पुलिस के अनुसार, मृतक के मोबाइल और अन्य सामान को जब्त कर लिया गया है, ताकि मामले के पीछे की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
परिवार और ग्रामीणों का बयान
मृतक के परिवार ने पुलिस को बताया कि मोनू पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान था। परिवार ने हालांकि यह भी स्पष्ट किया कि मोनू का अखिलेश मौर्य के परिवार में आना जाना रहता था।
गांव के अन्य निवासियों ने इस घटना पर अपनी हैरानी व्यक्त की है। कुछ ग्रामीणों का मानना है कि इस मामले में कोई गहरी साजिश हो सकती है। उनकी राय है कि पुलिस को घटना की हर पहलू से जांच करनी चाहिए।
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल की गहन पड़ताल के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है। पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन हर संभावित पहलू पर जांच की जा रही है।
मृतक के मोबाइल और अन्य निजी सामानों को जब्त कर लिया गया है। पुलिस इन सामग्रियों की मदद से मृतक के अंतिम पलों के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा, पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ भी शुरू कर दी है।
आत्महत्या या हत्या?
इस घटना को लेकर गांव में कई प्रकार की अफवाहें फैल रही हैं। कुछ लोग इसे स्पष्ट रूप से आत्महत्या मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे हत्या करार दे रहे हैं, जिसे आत्महत्या का रूप दिया गया है। पुलिस सभी कोणों से मामले की जांच कर रही है और घटना के सही कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल
इस घटना के बाद चितरसारी गांव में भय और असुरक्षा का माहौल है। लोग अपने-अपने घरों में सिमट गए हैं, और चारों ओर शंका का वातावरण है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और जांच पूरी होने तक धैर्य बनाए रखें।
मानसिक स्वास्थ्य पर उठते सवाल
इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत संघर्षों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को गंभीरता से लेने और उन्हें समय पर पहचान कर उनका समाधान करने की आवश्यकता है।
चितरसारी गांव की इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है, बल्कि पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि व्यक्तिगत मानसिक संघर्षों और सामाजिक संवाद की कमी से किस प्रकार ऐसी घटनाएं जन्म ले सकती हैं।