इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं : मौलाना असलम रिजवी

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महाराष्ट्र शिया उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष का जिले में हुआ स्वागत, अभिनंदन

जौनपुर। नगर के बलुआघाट स्थित पंजतनी कमेटी के कैम्प कार्यालय में महाराष्ट्र शिया उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सै. मो. असलम रिजवी का सदस्यों ने जोरदार स्वागत कर अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। पुणे से आये मौलाना असलम रिजवी ने कहा कि समाज को शिक्षित करने से जहां देश तरक्की करता है वहीं लोगों के जीने का नजरिया भी बदलता है। ऐसे में हम लोगों को चाहिए कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जो भी कदम उठाना पड़े उसे पीछे नहीं हटना चाहिए। मौलाना असलम रिजवी ने कहा कि आज दीने इस्लाम के नाम पर कुछ लोग नफरत फैलाने का काम करते हैं जो सही नहीं है। इस्लाम में हमेशा भाईचारा, मोहब्बत का पैगाम दिया है। ऐसे में हम लोगों को हजरत मो. मुस्तफा (स.अ.) व अहलेबैत के बताए हुए रास्ते पर चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गरीब, बेसहारा व मजलूमों की हमेशा मदद करनी चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म का हो क्योंकि इंसानियत से बड़ा कोई भी धर्म नहीं है। कर्बला में हजरत इमाम हुसैन ने दीने इस्लाम को बचाने के साथ-साथ मानवता की भी रक्षा की थी। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से शिक्षा में योगदान की अपील करते हुए कहा कि शिक्षा के दम पर लोगों के किरदार में निखार आता है तो वहीं देश-दुनिया में शिक्षा के दम पर उनके समाज की भी अलग पहचान बनती है, यही वजह थी कि हजरत मोहम्मद मुस्तफा (स.अ.) ने कहा था कि अगर शिक्षा को हासिल करने के लिए दूर देश भी जाना चाहिए तो पीछे नहीं हटना चाहिए। इस मौके पर सै. अब्बास सिबतैन सिराजी, यूशा अब्बास, पंजतनी कमेटी के अध्यक्ष शाहिद मेहंदी, उपाध्यक्ष नेहाल हैदर, मिर्जा जमील, अंजुमन हुसैनिया के अध्यक्ष सकलैन हैदर खान कंपू, महासचिव मिर्जा जमील, मिर्जा वकार, अफरोज कमर, मो. कमर सहित अन्य लोग मौजूद रहे, आभार सै. हसनैन कमर दीपू ने प्रकट किया।

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