परिजनों ने लगाया चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप, मौके पर विधायक रमेश सिंह भी पहुंचे
संवाददाता “पंकज जयसवाल”
जौनपुर। शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बीती रात जमकर हंगामा हुआ, मामला प्रसव के बाद प्रसूता की मौत का था। परिजनों ने प्रसव कराने वाली महिला चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया और शव को सीएचसी में रखकर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक रमेश सिंह ने परिजनों को समझा बुझाकर जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। सीएचसी के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रफीक फारूकी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक आजमगढ़ जिले के सीमावर्ती गांव बहिरापार निवासी रमाकांत यादव की पत्नी सुष्मिता की नॉर्मल प्रसव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को हुई। प्रसव के बाद प्रसूता को पीपीएच (पोस्टपार्टम हेमोरेज) के चलते भारी मात्रा में ब्लीडिंग शुरू हुई और उसकी हालत खराब होने लगी। डॉक्टरों ने उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजनों का कहना है कि जब वो सुष्मिता को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे तो वहां चिकित्सक ने बताया कि उसकी दो – ढाई घंटे पहले ही मौत हो चुकी है।
प्रसूता के परिजन शव लेकर वापस शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और शव को गेट पर रखकर हंगामा करने लगे। परिजनों का आरोप था कि इलाज करने वाली डॉ की लापरवाही के चलते प्रसूता की जान गई। सूचना पर कोतवाली प्रभारी रोहित मिश्रा भी हमराहियों के साथ अस्पताल पहुंच गए। क्षेत्रीय विधायक रमेश सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों की बात सुनी। उन्होंने परिजनों को जांच और कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
मामले में सीएचसी के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रफीक फारूकी का कहना था कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद भारी ब्लीडिंग होने के चलते प्रसूता की जान गई। उन्होंने कहा कि मरीज को समय रहते रेफर कर दिया गया था लेकिन जौनपुर ले जाने में हुई देरी के चलते प्रसूता की जान गई। उन्होंने बताया कि सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह को पूरे मामले से अवगत कराया गया है। सीएमओ ने निर्देश दिया है कि मामले की जांच की जाए और महिला डॉक्टर की लापरवाही सामने आए तो कार्रवाई भी की जाए।