पत्रकारों की छवि हो रही है धूमिल – तामीर हसन सीबू
जौनपुर। जिले में इस समय पत्रकारों की संख्या में मानो बाढ़ सी आ गई है। हद तो तब हो गई जब छायाकार और समाचार पत्र के पेज डिजाइनर भी अपने आपको पत्रकार बता कर समाजसेवियों और नेताओं के साथ साथ व्यापारियों को ठगने का काम करने लगे इस समय देखा जा रहा है कि हर दूसरा व्यक्ति 2 हज़ार रुपए खर्च करके अपना पोर्टल और यूट्यूब बनाकर मैनेजिंग डायरेक्टर लिख कर वाह वाही लूटने का कार्य कर रहा है
जबकि सूचना कार्यालय की सूची में यूट्यूबर व पोर्टल वालो की जगह नहीं है वो अलग सी बात है कि छायाकार का सूचना विभाग कार्यालय में नाम दर्ज है। फिर भी छायाकारों को सिर्फ और सिर्फ फोटो खींचने का अधिकार है न की वीडियो बनाने व बाइट करने का अधिकार है। वही हाल समाचार पत्र के पेज डिजाइनरों का है जिसे सिर्फ समाचार पत्र की पेज डिजाइन करने का अधिकार है न की पत्रकारिता करने का उसके बावजूद भी हर किसी प्रेसवार्ता या अन्य उद्घाटनों में टीवी चैनल और समाचार पत्र के प्रतिनिधि के पहले ही पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा देते है जिस कारण टीवी चैनल व समाचार पत्र के प्रतिनिधियों को उस प्रकार का सम्मान नहीं मिल पाता जिस प्रकार के सम्मान की वह अपेक्षा करता है। छायाकारों और समाचार पत्र के पेज डिजाइनरों की इस हरकतों पर कैसे रोक लगेगी जो अपने आप में एक बड़ा सवाल है?
इस सम्बन्ध में जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय से दूरभाष द्वारा संपर्क किया गया तो उन्होंने उत्तर देना उचित नहीं समझा।