जौनपुर। योग सप्ताह के द्वितीय दिवस में दीप प्रज्ज्वलित करते हुए प्रतिसार निरीक्षक अनुपम सिंह द्वारा बताया गया कि अवसाद जैसी समस्याओं के पूर्णतः समाधान में योगाभ्यास की महती भूमिका होती है इसलिए योगाभ्यास को सभी रंगरुटों को अपनी जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना चाहिए। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारी डॉ० कमल के द्वारा बताया गया कि अपनी प्राचीनतम विरासत योग को पीढ़ी दर पीढ़ी पहुंचाने में हम सभी को अपनी महती भूमिकाओं को निभाना चाहिए।
पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति और आयुष विभाग के योग प्रशिक्षकों के द्वारा रोगानुसार विभिन्न प्रकार के आसन, व्यायाम और प्राणायामों के साथ ध्यान का अभ्यास कराया गया। जहां पाचनतंत्र को मजबूत बनानें के लिए कपालभाति तथा वाह्य प्राणायामों का नियमित अभ्यास अति आवश्यक है तो वहीं नर्वस सिस्टम और मानसिक समस्याओं में अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायामों का नियमित अभ्यास अति आवश्यक होता है।