जौनपुर।
एक करोड़ रुपये से अधिक के ऋण बकाया के मामले में मंगलवार को शहर के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में बैंक अधिकारियों की टीम ने वसूली के लिए छापा मारा। यह कॉलेज भाजपा नेता अजय पाल से जुड़ा बताया जा रहा है, जो जिले की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा माने जाते हैं। बैंक अधिकारियों की इस कार्रवाई से कॉलेज प्रशासन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
ऋण बकाया: नोटिस के बावजूद नहीं हुई अदायगी
सूत्रों के अनुसार, बैंक ने बीते कई महीनों में कॉलेज प्रशासन को बार-बार नोटिस जारी किए थे। इसके बावजूद ऋण की अदायगी नहीं की गई, जिससे मजबूरन बैंक को सख्त रुख अपनाना पड़ा। बताया जा रहा है कि कॉलेज पर यह कार्रवाई तब की गई जब ऋण बकाया राशि एक करोड़ रुपये से अधिक हो गई।
राजनीतिक जुड़ाव और चर्चाएं
जानकारी के मुताबिक, यह इंजीनियरिंग कॉलेज भाजपा नेता अजय पाल के स्वामित्व में है। अजय पाल की पत्नी वर्ष 2021 में धर्मापुर क्षेत्र से क्षेत्र पंचायत प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी रही थीं। राजनीतिक पृष्ठभूमि के कारण यह मामला क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बन गया है।
प्रशासन और बैंक का सख्त रुख
बैंक अधिकारियों ने वसूली की प्रक्रिया को और तेज करने के संकेत दिए हैं। बैंक प्रबंधन का कहना है कि ऋण न चुकाने की स्थिति में कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
क्षेत्र में चर्चा का विषय
बैंक अधिकारियों की अचानक हुई इस कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चाएं हो रही हैं कि क्या राजनीतिक रसूख भी बैंक के सख्त कदमों को रोकने में असमर्थ है।
आगे की प्रक्रिया
बैंक ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि बकाया राशि का भुगतान शीघ्र नहीं किया गया, तो संपत्ति की कुर्की सहित अन्य कानूनी प्रक्रियाएं शुरू की जाएंगी।
यह मामला अब केवल वित्तीय संकट का नहीं, बल्कि राजनीतिक गलियारों में एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।