वाराणसी || ज़ब भी कोई वीआईपी शहर में आता है तो आम जनमानस बहुत सारी दिक्क़तो का सामना करना पड़ता है। देश के प्रधानमंत्री का वाराणसी आगमन होना है और वह अमूल प्लांट करखींयाव में जायेंगे जिसके लिए बुधवार को फूलपुर करखीयाव मार्ग पर वाराणसी प्रशासन नें फ्लिट मार्च के नाम पर घंटो यात्रियों और वाहनों को रोके रखा। देश में बढ़ते वीआईपी कल्चर से ना सिर्फ समय का बल्कि लोगो के जान माल का भी नुकसान हो रहा। बुधवार को ज़ब उक्त मार्ग पर प्रधानमंत्री के आगमन पूर्व तैयारी को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा ट्रैफ़िक रोका गया तो उसमें कई यात्रियों के ना सिर्फ ट्रेन छूटे बल्कि कई मरीज और बूढ़े भी परेशान हुए। ट्रेफिक जाम में फंसे लोगो नें पत्रकारों को बताया कि ये जन सेवक जनता के द्वारा चुने होते है और ज़ब चुन लिए जाते है तब राजा बनकर जनता को असहनीय तकलीफ देते है। प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री इत्यादि के आगमन पर रूट डायवर्जन का सही व्यवस्था नहीं होता और लोगो को बीच सड़क पर खड़ा कर दिया जाता है। वाराणसी जैसे मल्टीप्लेक्स शहरों में भीड़ को नियंत्रित करना टेढ़ा काम है ऐसे में ट्रैफिक रोक कर आम जनता को परेशान करने के लिए जिला प्रशासन को माफ़ी मांगनी चाहिए। भविष्य में रूट डायवर्जन और वीआईपी कल्चर के तहत सड़को को मंच बनाने से बचने का प्रयास करना चाहिए।
प्रधानमंत्री के आगमन के तहत प्रशासन नें किया सड़क जाम, यात्री घंटो हलकान
