केराकत में भगवान भरोसे चल रहे दर्जनों हॉस्पिटल, मरीजों की जान पर बन आई आफत
केराकत, जौनपुर।
केराकत रेलवे स्टेशन रोड पर संचालित कई निजी अस्पतालों और क्लीनिकों की हकीकत उस समय उजागर हो गई जब स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम अचानक निरीक्षण के लिए पहुंची। जांच दल को देखते ही कई अस्पतालों के संचालक और डॉक्टर मौके से फरार हो गए।
डॉक्टर गायब, स्टाफ बिना प्रशिक्षण के
जांच के दौरान दुर्गावती पॉली क्लीनिक में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं मिला। टीम को केवल दो अप्रशिक्षित स्टाफ मिले, जो अपनी योग्यता बताने से कतराते रहे। पूछताछ में उन्होंने कोई डिग्री या पंजीकरण प्रमाण पत्र नहीं दिखाया।
टीम ने मौके पर भर्ती दुर्गावती पॉली क्लीनिक में 9 मरीज, रियांश नर्सिंग होम एंड पॉली क्लीनिक में 1 मरीज, तथा सागर हॉस्पिटल में 1 मरीज पाया।
बिना मान्यता के चल रहे कई हॉस्पिटल
जांच टीम ने पाया कि बुद्धाय हॉस्पिटल, बुआ हॉस्पिटल, सनराइज हॉस्पिटल समेत कई अन्य अस्पताल बिना पंजीकरण और प्रशिक्षण के संचालित किए जा रहे हैं। इन अस्पतालों में न तो विशेषज्ञ डॉक्टर हैं और न ही लाइसेंसधारी नर्सें।
जिला प्रशासन सख्त, होगी कार्रवाई
स्थानीय लोगों का कहना है कि इन अवैध अस्पतालों की भरमार से मरीजों की सुरक्षा खतरे में पड़ी है। जिला प्रशासन ने इस पर गंभीरता दिखाते हुए जांच रिपोर्ट तलब की है।
जांच के दौरान उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार, सीएचसी प्रभारी डॉ. आलोक सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रही। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिना मान्यता चल रहे अस्पतालों पर शीघ्र ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीयों में दहशत और नाराजगी
इन फर्जी अस्पतालों के खुलासे के बाद क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि जान बचाने के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रशासन से मांग है कि सभी बिना रजिस्ट्रेशन वाले अस्पतालों को तुरंत बंद कर दिया जाए।