जौनपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देश पर गुलजारगंज (जौनपुर) में मंगलवार को भव्य विधिक साक्षरता एवं जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार वर्मा ने की, जबकि संचालन व देखरेख की जिम्मेदारी सचिव पूर्णकालिक अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रशांत कुमार सिंह ने निभाई। सेमिनार के आयोजन में महाजन अली और बीनू सिंह का विशेष योगदान रहा।
दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं, छात्राओं और स्थानीय लोगों की उपस्थिति ने इसे खास बना दिया।
न्यायिक अधिकारियों का मार्गदर्शन
सत्र न्यायाधीश प्रशांत कुमार सिंह ने मध्यस्थता और लोक अदालत की उपयोगिता बताते हुए कहा कि विवादों का निस्तारण आपसी सुलह और लोक अदालत के माध्यम से करना ही बेहतर है। उन्होंने पाश एक्ट, कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा, लैंगिक अपराधों की रोकथाम और निःशुल्क कानूनी सहायता संबंधी प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही उन्होंने प्लास्टिक कचरे व बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को समाज से खत्म करने का आह्वान किया।
विधिक सेवा प्राधिकरण का महत्व
डिप्टी चीफ डिफेंस काउंसिल डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने विधिक सेवा प्राधिकरण के इतिहास और महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि 1980 के दशक में इसे वैकल्पिक न्याय प्रणाली के रूप में स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि पैनल लॉयर्स, काउंसलर्स, डिफेंस लीगल सिस्टम और पैरालीगल वॉलंटियर्स के जरिए प्रत्येक जिले में जरूरतमंदों को निःशुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
विशेषज्ञों की विशेष जानकारी
काउंसलर देवेंद्र कुमार यादव ने परिवार न्यायालयों की काउंसलिंग सेवाओं और टेली-ला सुविधा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पारिवारिक प्रताड़ना, तेजाब पीड़ित और अन्य पीड़ितजन इन सेवाओं से लाभान्वित हो सकते हैं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय कुमार पांडे ने बाल विवाह, घरेलू हिंसा और लैंगिक उत्पीड़न की रोकथाम से जुड़े कानूनों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 1098 और 181 की जानकारी साझा कर उपस्थित जनसमूह से इनका उपयोग करने की अपील की।
इस अवसर पर डॉ. आंचल सिंह, डॉ. एम.के. यादव सहित अन्य विशेषज्ञों ने महिला स्वास्थ्य, संरक्षण और अधिकारों पर जागरूक किया।
आभार प्रदर्शन
सेमिनार के अंत में महाजन अली ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।