जौनपुर। नगर पालिका प्रशासन के दावों की हकीकत उस वक्त उजागर हो गई, जब रविवार को महज दो घंटे की बारिश ने शहर की कमर तोड़ दी। काली कुर्ती, ईसापुर समेत आधा दर्जन मोहल्लों में पानी इस कदर भर गया कि लोगों के घरों में नालों का गंदा पानी घुस गया।
बरसात से पहले नगर पालिका ने दावा किया था कि सभी नालियों की सफाई पूरी हो चुकी है और शहर जलभराव से सुरक्षित रहेगा, लेकिन बारिश ने इन दावों की सच्चाई को बहाकर रख दिया।
सबसे शर्मनाक स्थिति कलेक्ट्रेट से लाइन बाजार जाने वाली वीआईपी सड़क की रही, जो पूरी तरह पानी में डूब गई। यह वही मार्ग है जिससे रोजाना प्रशासनिक अधिकारी और विशिष्टजन गुजरते हैं, और यहीं से नगर पालिका की नाकामी सबसे स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
स्थानीय निवासी बुरी तरह त्रस्त हैं। दुकानदारों का सामान बर्बाद हो गया और राहगीरों को घंटों पानी में फंसे रहना पड़ा।
“अगर दो घंटे की बारिश में ये हाल है, तो भारी मानसून में क्या होगा?” यह सवाल अब हर नागरिक के मन में है।
नागरिकों ने नगर पालिका प्रशासन से तत्काल स्थायी समाधान की मांग की है और चेताया है कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो जनता को आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होना पड़ेगा।