शाहगंज (जौनपुर)।
रक्षाबंधन के पावन पर्व से पहले शनिवार को शाहगंज तहसील में एक अनोखा और भावुक दृश्य देखने को मिला। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान उस वक्त हर आंख नम हो गई जब एक महिला ने एसडीएम कुणाल गौरव को राखी बांधकर उन्हें भाई बनाया और अपने कैंसर पीड़ित पति की जान बचाने की गुहार लगाई।
पक्खनपुर गांव निवासी पार्वती यादव अपने पति अशोक यादव के माउथ कैंसर के इलाज के लिए सहायता मांगने तहसील पहुंचीं थीं। जब एसडीएम कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे, तभी पार्वती ने भावुक होकर उनका हाथ थाम लिया और आंसुओं के बीच राखी बांधते हुए बोली— “भइया, मेरे पति को बचा लीजिए, मेरे पास अब कुछ नहीं बचा।”
यह दृश्य देखकर खुद एसडीएम भी कुछ क्षणों के लिए भावुक हो उठे। उन्होंने महिला को ऑफिस में बुलाकर शांत किया और उसकी पूरी बात सुनी। पार्वती ने बताया कि इलाज में सारा पैसा खर्च हो गया है, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड भी नहीं है। ऊपर से बिजली का बकाया बिल भी परेशानी का सबब बना हुआ है।
एसडीएम कुणाल गौरव ने तुरंत आपूर्ति निरीक्षक और बिजली विभाग के एसडीओ को बुलाकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। मौके पर ही राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू हुई और बिजली बिल में राहत देने के आदेश दिए गए। साथ ही एसडीएम ने भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से इलाज के लिए आवश्यक औपचारिकताएं भी जल्द पूरी कराई जाएंगी।
उन्होंने महिला से कहा— “आप मेरी बहन हैं, आपकी हरसंभव मदद की जाएगी।”
एसडीएम कुणाल गौरव की इस संवेदनशीलता और तत्परता की पूरे जिले में सराहना हो रही है। जहां एक ओर सरकारी प्रक्रिया को लेकर आमजन में निराशा का भाव होता है, वहीं इस तरह की मानवीय पहलें प्रशासन के प्रति भरोसा जगाती हैं।
रक्षाबंधन से पहले, एक भाई ने बहन की रक्षा का लिया संकल्प— और इंसानियत की मिसाल कायम की।