मित्रता दिवस पर मानवता की मिसाल बनी ‘ब्रज की रसोई, तेज़ बारिश भी नहीं रोक सकी सेवा का सिलसिला

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1400 से अधिक जरूरतमंदों तक पहुँचा सम्मानजनक भोजन

लखनऊ (आशियाना), 3 अगस्त 2025।
जहाँ एक ओर बारिश ने शहर की रफ्तार को थाम दिया, वहीं दूसरी ओर ‘ब्रज की रसोई’ के स्वयंसेवकों ने सेवा की गति को और तेज कर दिया। मित्रता दिवस के अवसर पर इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा आयोजित यह सेवा कार्यक्रम न सिर्फ सामाजिक सहयोग का प्रतीक बना, बल्कि समर्पण, स्नेह और संकल्प का अनुपम उदाहरण भी प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सायं 3 बजे साईं मंदिर परिसर से हुआ। इसके बाद सेवा रथ ने सेक्टर-एम रिक्शा कॉलोनी, रतन खंड, झुग्गियाँ, निर्माणस्थल पर रह रहे श्रमिकों के अस्थायी निवास, नगर निगम जोन-8 की मलिन बस्तियाँ, तथा रतनखण्ड पानी टंकी क्षेत्र जैसे कई चिन्हित इलाकों में पहुँचकर करीब 1400 जरूरतमंदों को गर्म, पौष्टिक व सम्मानपूर्वक भोजन परोसा।

कार्यक्रम की शुरुआत साईं मंदिर परिसर में सामूहिक प्रार्थना से हुई, जिसमें सभी ने मानव सेवा और सर्वकल्याण की भावना से एकजुट होकर प्रार्थना की।
संस्था की राष्ट्रीय महिलाध्यक्ष रजनी शुक्ला ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य केवल भोजन बाँटना नहीं था, बल्कि सम्मान के साथ आत्मीयता देना था, जो ‘ब्रज की रसोई’ की पहचान है।

संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने कहा, “हम सेवा को दान नहीं, उत्सव मानते हैं। मित्रता दिवस पर जरूरतमंदों के साथ खड़े होना ही हमारी सच्ची मित्रता की परिभाषा है।”

कार्यक्रम की झलकियाँ:

बारिश में भीगते हुए भोजन परोसते स्वयंसेवकों की मुस्कानें

बच्चों के चेहरे पर तृप्ति की चमक

पंक्तिबद्ध सेवा व्यवस्था और आत्मीय संवाद

इस अवसर पर विकास पाण्डेय, अनुराग दुबे, दिनेश पाण्डेय, आशीष श्रीवास्तव, मुकेश कनौजिया, नवल सिंह एवं अन्य स्वयंसेवकों ने न सिर्फ भोजन परोसा बल्कि हर व्यक्ति से संवाद कर अपनापन भी बाँटा।

समाजसेवियों, युवाओं और स्थानीय नागरिकों की सक्रिय भागीदारी ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर दिल में सेवा की भावना हो, तो मौसम कोई बाधा नहीं बनता।

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