अतिप्राचिन है थानागद्दी का राजेश्वर महादेव मंदिर, वर्षों से जीर्णोद्धार उपेक्षित

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पंकज सीबी मिश्रा/पूर्वांचल लाईफ
जौनपुर थानागद्दी : जनपद के शिव मंदिरो में इन दिनों सावन की धूम है। श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को क्षेत्र के जाने – माने शिवालयों पर जल चढ़ाने हेतु शिव भक्तों का ताँता लगा हुआ है। त्रिलोचन महादेव, गोमतेश्वर महादेव सहित अन्य कई प्रसिद्ध शिवधाम में कावड़ यात्रा करने वाले श्रद्धालु जलाभिषेक करते नजर आ रहे वही आज कुछ ऐसे भी शिव मंदिर है जो ना सिर्फ उपेक्षित है बल्कि अराजक तत्वों के शरणगाह बने हुए है, जहाँ सुबह शाम शोहदों का जमवाड़ा लगता है। केराकत थानान्तर्गत थानागद्दी बाजार स्थित प्राचिन श्रीराजेश्वर महादेव मंदिर आज घोर उपेक्षा का शिकार है । आज बात करेंगे इसी पुराने शिवालय की जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं और आजकल मंदिर परिसर के आस – पास कूड़े कचड़े का ढेर, ढेर सारे सिगरेट और गुटखा के पैकेट इत्यादि दिखाई देते है। विकासखंड केराकत में ग्राम पंचायत थानागद्दी के रमदियाळी तालाब के किनारे पर बसें प्राचिन श्रीराजेश्वर महादेव मंदिर जिसका जीर्णोद्धार कराने के लिए अब तक कोई आगे नहीं आया है। थानागद्दी व्यापार मंडल के अध्यक्ष बीरबल गुप्ता नें बताया कि स्थानीय शिव भक्तों के लोक़ आस्था का केंद्र कहा जाना वाला यह शिव मंदिर लापरवाही के चलते घोर उपेक्षित है । सावन के द्वितीय सोमवार को बतौर पत्रकार कवरेज के दौरान अचानक राजेश्वर महादेव मंदिर भ्रमण करने का अवसर मिला तो स्थानीय मंदिर में साफ सफाई करने वाले युवा पुजारी नें बाताया कि आस पास काफी गंदगी है, आम दिनों यहाँ कम लोग आते – जाते है जिसके कारण अक्सर शाम को अराजक तत्व यहाँ बैठकर ताश खेलते, गुटखा तम्बाकू खाते है और गप्पेबाजी करते है, मना करने पर मार पीट पर उतारू हो जाते है। पूर्व थानागद्दी चौकी प्रभारी विद्यासागर सिंह यहाँ गस्त करवाते थे तो माहौल में थोड़ा सुधार हुआ था पर उनके स्थानांतरण के बाद स्थिती पुनः पहले जैसी बिगड़ी हुई प्रतीत होती है। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ एक तरफ सनातन को आगे बढ़ाने और प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए जी जान लगाए हुए है वही दूसरी तरफ ऐसे छोटे – छोटे मुद्दे सरकार की छवि ख़राब करते है। बाजारवासी श्रद्धालुओं नें कहा कि स्थानीय प्रशासन को मंदिर पर देर शाम गस्त बढ़ाना चाहिए और मंदिर परिसर के इर्द गिर्द गन्दगी फैलाने वालों पर कार्यवाही करनी चाहिए।

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