जौनपुर।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा 2150 की ओर से रविवार देर शाम एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मनोनयन पत्र वितरण एवं सावनी सहभोज के माध्यम से समाज को जोड़ने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जौनपुर में हुआ और इसमें प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष मनोरमा मौर्या भी शामिल हुईं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महासभा के संरक्षक आनंद मोहन श्रीवास्तव ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने समाज को दिशा देने वाला संबोधन किया।
नशामुक्त भारत की अपील
राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने अपने संबोधन में कायस्थ समाज की बहुआयामी भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि,
“कायस्थ समाज हर क्षेत्र में अग्रणी रहा है। अब समय है कि हम नशामुक्त भारत की दिशा में काम करें, जिससे परिवार, समाज और देश तीनों को एक नई ऊर्जा मिल सके।”
उन्होंने समाज से आह्वान किया कि नशा उन्मूलन के साथ-साथ वृक्षारोपण, शिक्षा और समाज सेवा के रचनात्मक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लें।
युवाओं और महिलाओं को राजनीति में आगे लाने का आह्वान
कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने अपने भाषण में कहा कि समाज को एकजुट होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा,
“हमारी महासभा उन लोगों तक पहुंचेगी जो गरीबी और मार्गदर्शन के अभाव में पिछड़ गए हैं। हम उन्हें सही दिशा दिखाएंगे।”
उन्होंने विशेष रूप से आगामी पंचायत, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत चुनावों में कायस्थ समाज के युवाओं और महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने की बात कही।
बृजेंद्र खरे को सौंपा गया मनोनयन पत्र
कार्यक्रम के दौरान मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बृजेंद्र खरे को विधिवत रूप से मनोनयन पत्र सौंपा, जो भविष्य में संगठन में उनकी भूमिका को चिह्नित करता है।
कार्यक्रम में अनेक समाजसेवियों की सहभागिता
इस सफल आयोजन के संयोजक दीपक श्रीवास्तव और पंकज श्रीवास्तव हैप्पी रहे। कार्यक्रम में अवधेश श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, तूलिका श्रीवास्तव, नवनीत श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, उमेश श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव, शरद श्रीवास्तव, सत्यम श्रीवास्तव पिंटू, भूपेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में कायस्थ समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
यह आयोजन समाज की एकजुटता, रचनात्मक कार्यों और राजनीतिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।