एनसीसी भर्ती में छात्रों का जोश और अनुशासन: श्री विश्वनाथ इंटर कॉलेज कलान बना ग्रामीण युवाओं की राष्ट्रसेवा का केंद्र

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संवाददाता – देवेन्द्र शुक्ला, अखण्डनगर (सुलतानपुर)

श्री विश्वनाथ इंटर कॉलेज कलान के प्रांगण में सोमवार को जब एनसीसी भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई, तो मानो राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और युवा ऊर्जा का संगम देखने को मिला। ग्रामीण क्षेत्र के इस प्रतिष्ठित विद्यालय ने न केवल एक भर्ती प्रक्रिया का सफल आयोजन किया, बल्कि यह सिद्ध किया कि राष्ट्रनिर्माण की जड़ें गांवों में भी कितनी मजबूत हैं।

1400 छात्रों की भागीदारी, 50 कैडेट्स का हुआ चयन

करीब 1400 छात्र-छात्राओं ने एनसीसी कैडेट बनने के लिए पंजीकरण कराया, जिनमें से 200 प्रतिभागियों को लिखित परीक्षा के लिए चुना गया। अंततः 25 बालक एवं 25 बालिकाएं एनसीसी में शामिल होने के लिए अंतिम रूप से चयनित की गईं। चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता और कठोर मानकों ने विद्यार्थियों के आत्मबल और अनुशासन को नई पहचान दी।

बालिकाओं की दौड़ से हुई शुरुआत, दिखा आत्मविश्वास और सशक्तिकरण

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रबंधक शशिप्रकाश सिंह ने बालिकाओं की दौड़ को हरी झंडी दिखाकर की। दौड़ की शुरुआत के साथ ही छात्राओं ने जिस आत्मविश्वास और ऊर्जा का प्रदर्शन किया, उसने स्पष्ट कर दिया कि ग्रामीण भारत की बेटियाँ अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ने को तैयार हैं।

पारदर्शी चयन प्रक्रिया बनी मिसाल

लंबाई माप, दौड़, मेडिकल परीक्षण और शारीरिक दक्षता की बहुस्तरीय प्रक्रिया से गुज़रकर कैडेट्स का चयन किया गया। यह प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और गुणवत्ता-आधारित रही, जिसकी सराहना उपस्थित गणमान्यजनों और शिक्षकों ने की।

गरिमामयी उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का महत्व

इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष एवं पूर्व डीएफओ दिनेश सिंह, प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष सिंह, वरिष्ठ शिक्षक डी.पी. सिंह, डॉ. आनंद प्रकाश सिंह, सूबेदार मेजर इकबाल सिंह, सूबेदार इम्तियाज अहमद खान, हवलदार चंचल सिंह और सीटीओ शैलेन्द्र कुमार सिंह की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को नई ऊँचाई दी।

शिक्षकों और अधिकारियों की प्रेरक बातें

प्रबंधक शशिप्रकाश सिंह ने कहा, “एनसीसी केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में चरित्र निर्माण, आत्मबल और नेतृत्व विकसित करने का सशक्त मंच है।”

प्रधानाचार्य डॉ. आशुतोष सिंह ने इसे शारीरिक और मानसिक विकास का सेतु बताया जो छात्रों के आत्मविश्वास को नई दिशा देता है।

वरिष्ठ अध्यापक डी.पी. सिंह ने एनसीसी को जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना सिखाने वाला जीवन कौशल बताया।

वरिष्ठ अध्यापक डॉ. आनंद प्रकाश सिंह ने बालिकाओं की भागीदारी को महिला सशक्तिकरण की प्रेरणादायक मिसाल बताया।

समाज और अभिभावकों की सकारात्मक भागीदारी

विद्यालय के एनसीसी प्रभारी के अनुसार, चयन प्रक्रिया को लेकर अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों में भी उत्साह देखने को मिला। उन्होंने इसे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य और प्रेरणादायक दिशा में एक बड़ा कदम बताया।

निष्कर्ष: अनुशासन से सेवा तक एक प्रेरणादायक पहल

श्री विश्वनाथ इंटर कॉलेज कलान ने यह प्रमाणित कर दिया कि जब ग्रामीण विद्यालयों में नेतृत्व, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति के बीज बोए जाते हैं, तो वे राष्ट्रीय चेतना के वृक्ष का रूप ले सकते हैं। यह आयोजन न केवल एनसीसी भर्ती की प्रक्रिया थी, बल्कि ग्रामीण युवाओं की असीम संभावनाओं, नारी सशक्तिकरण और देशसेवा की भावना का जीवंत उदाहरण बन गया।

यह आयोजन एक संदेश देता है देशभक्ति की शुरुआत स्कूल से होती है, और भविष्य के राष्ट्रनायक वहीं से निकलते हैं।

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