शाहगंज, जौनपुर
नगर के शाहपंजा मोहल्ला स्थित एक मैरेज लान में बीती रात डीजे बजाने को लेकर वर और वधू पक्ष के बीच विवाद ने उग्र रूप ले लिया। घटना इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। हालात को नियंत्रित करने के लिए शाहगंज कोतवाली और सरपतहा थाने की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद विवाह संपन्न हुआ और विदाई कराई गई।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, शाहगंज से सटे खरौना गांव के राजभर परिवार में बेटी का विवाह था। बारात आजमगढ़ जनपद के दीदारगंज थाना क्षेत्र से आई थी। बारात नगर में परंपरागत ढंग से घूमने के बाद मैरेज लान पहुंची। द्वारचार की रस्म के बाद डीजे पर बाराती झूमने लगे। इस दौरान किसी बात को लेकर वर और वधू पक्ष के बीच कहासुनी हो गई।
कहासुनी ने धीरे-धीरे मारपीट का रूप ले लिया, जब बारात पक्ष के कुछ लड़कों ने डीजे संचालक को पीट दिया। गुस्साए घरातियों ने इसका विरोध किया, जिससे दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। विवाद इतना बढ़ा कि कुर्सियां और अन्य सामान भी क्षतिग्रस्त हो गए।
महिलाओं समेत दर्जनभर लोग घायल
इस झगड़े में कुछ महिलाओं समेत करीब दर्जनभर लोग घायल हो गए। घायल लोगों को मोहल्ले के ही एक निजी चिकित्सक के पास ले जाकर उपचार कराया गया। घटना ने विवाह समारोह की खुशियों को कड़वाहट में बदल दिया।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना पर शाहगंज कोतवाली और सरपतहा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराते हुए विवाह को संपन्न कराया। इस दौरान मैरेज लान संचालक ने भी मध्यस्थता की।
पुलिस का बयान
शाहगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दीपेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के संबंध में किसी भी पक्ष ने कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला सुलझा दिया है।
समाज में संदेश
यह घटना विवाह समारोहों में बढ़ते डीजे विवादों की ओर ध्यान आकर्षित करती है। ऐसे विवाद न केवल सामाजिक समरसता को प्रभावित करते हैं, बल्कि विवाह जैसे पवित्र बंधन को भी विवादित बना देते हैं। स्थानीय प्रशासन और समाज के जागरूक नागरिकों को इस ओर ध्यान देना होगा, ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
निष्कर्ष
भले ही पुलिस के प्रयासों से यह मामला शांत हो गया हो, लेकिन इस प्रकार की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि समाज में विवाह जैसे आयोजन कितने सुरक्षित हैं। जरूरत है कि लोग धैर्य और समझदारी से काम लें और ऐसे आयोजनों को विवाद मुक्त बनाने में योगदान दें।