जौनपुर। सेवा, समर्पण और संस्कार की त्रिवेणी पर 11 मई 2025 को कृष्णा स्कूल ऑफ नर्सिंग, जौनपुर में एक अत्यंत पावन और प्रेरणादायक आयोजन सम्पन्न हुआ। इस अद्वितीय कार्यक्रम में नर्सिंग के क्षेत्र में प्रवेश करने वाले GNM और ANM प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत की।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें नवागंतुक विद्यार्थियों ने जीवन भर मानवता की सेवा का संकल्प लिया। इस अवसर पर एक शपथ ग्रहण समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने सेवा, करुणा और दया के आदर्शों का पालन करने का व्रत लिया। मुख्य अतिथि डॉ. मधु शारदा ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, “नर्सिंग केवल एक पेशा नहीं, बल्कि यह सेवा, समर्पण और मानवता की सेवा का प्रतीक है।” उन्होंने विद्यार्थियों को इन मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
इस विशेष अवसर पर संस्थान के संस्थापक डॉ. हरेंद्र देव सिंह ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा, “एक नर्स केवल एक पेशेवर नहीं होती, बल्कि वह पीड़ित मानवता के लिए आशा की किरण होती है। अपने कार्य को केवल नौकरी नहीं, बल्कि एक मिशन के रूप में स्वीकार करें।” उनके शब्दों ने छात्रों में आत्मबल और समर्पण की भावना का संचार किया।
कार्यक्रम की विशेषता तब और बढ़ गई जब मातृदिवस का आयोजन किया गया। इस भावुक क्षण में विद्यार्थियों ने अपनी माताओं का पूजन कर उन्हें सम्मान अर्पित किया। माताओं ने भी अपनी संतानों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद दिया। यह दृश्य न केवल हृदयस्पर्शी था, बल्कि उसने परिवार और समाज के बीच संबंधों की गहराई को दर्शाया।
कार्यक्रम में संस्थान के संयुक्त निदेशक श्रीमती सुमन सिंह, डॉ. रॉबिन सिंह, श्रीमती अपूर्वा सिंह, प्राचार्या सभ्यता दुबे और समस्त शिक्षकों एवं स्टाफ ने अपनी प्रेरणादायक उपस्थिति से आयोजन की गरिमा बढ़ाई।
इस आयोजन का उद्देश्य न केवल नर्सिंग के पेशे में प्रवेश करने वाले छात्रों को प्रेरित करना था, बल्कि उनके भीतर सेवा, अनुशासन और करुणा के दीप जलाना भी था। कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने यह अनुभव किया कि यह दिन उनके जीवन में एक नई ऊर्जा और नई दिशा का आरंभ है।
कृष्णा स्कूल ऑफ नर्सिंग का यह प्रयास न केवल विद्यार्थियों के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है। यह आयोजन यह संदेश देता है कि हर नर्स पीड़ित मानवता के लिए एक दीपक है, जो अपने सेवा भाव से अंधकार को दूर करती है और हर ज़रूरतमंद के जीवन में उजाला लाती है।