जौनपुर, चन्दवक। संवाददाता: आनन्द कुमार
जम्मू-कश्मीर का पहलगाम, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है, अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटकों की भीड़ के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने इस शांत जगह को अपनी बर्बरता का गवाह बना दिया। उन्होंने धर्म पूछकर निर्दोष पर्यटकों पर गोलीबारी की। यह कृत्य न केवल अमानवीय था बल्कि हर भारतीय के लिए गहरे आघात का कारण बना। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। हर कोने से पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की मांग उठने लगी, और भारत के वीर जवानों ने इस मांग को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से साकार किया।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान को करारा जवाब
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकियों और उनके ठिकानों पर प्रहार करते हुए उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। भारतीय सेना ने अपने साहस और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन करते हुए लगभग 90 आतंकवादियों को खत्म किया। यह पहली बार था जब भारतीय सेना ने इस तरह का सटीक और शक्तिशाली अभियान चलाया। सबसे खास बात यह थी कि इस ऑपरेशन में केवल आतंकी और उनके ठिकाने ही निशाने पर थे, जिससे भारतीय सेना की पेशेवर क्षमता का प्रमाण मिला।
डॉ. नरसिंह का बयान: पाकिस्तान को दिखा दी औकात
डोभी क्षेत्र के ब्रह्ममनपुर गांव के निवासी और लोकतंत्र सेनानी डॉ. नरसिंह बहादुर सिंह ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, “भारत के आगे पाकिस्तान कुछ नहीं बिगाड़ सकता। ऑपरेशन सिंदूर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। हमारे सैनिकों ने यह साबित कर दिया है कि वे हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। भारतीय सेना पर हमें गर्व है। जरूरत पड़ी तो मैं भी सीमा पर जाकर देश के लिए लड़ने को तैयार हूं।”
बजरंग नगर के धर्मेंद्र का सैल्यूट
जौनपुर के बजरंग नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के ब्रांच मैनेजर धर्मेंद्र प्रताप ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए भारतीय सेना को सलाम किया। उन्होंने कहा, “हमारे जवानों ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर यह साबित कर दिया कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाने में सक्षम है। यह जीत केवल हमारी सेना की नहीं, बल्कि हर भारतीय की जीत है।”
देशभर में खुशी और गर्व का माहौल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में खुशी का माहौल है। हर नागरिक भारतीय सेना की तारीफ कर रहा है। सोशल मीडिया पर भी सेना के जवानों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए संदेशों की बाढ़ आ गई है।
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकवादियों को सबक सिखाया है बल्कि भारत की सैन्य शक्ति और इच्छाशक्ति का प्रमाण भी दिया है। यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है, और सेना की इस सफलता ने यह संदेश दिया है कि भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन उसकी सुरक्षा और संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता।