जौनपुर जनपद के सरपतहाँ थाना और स्वाट टीम ने मिलकर 65 वर्षीय प्रभाकर सिंह की हत्या के मामले में 24 घंटे के भीतर घटना का सफल अनावरण किया। पुलिस ने आरोपी को हत्या में इस्तेमाल डंडे (आलाकत्ल) के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का विवरण:
यह मामला ग्राम डीह अशरफाबाद का है, जहां मृतक प्रभाकर सिंह की हत्या उनके ही घर पर हुई। पुलिस के अनुसार, प्रभाकर सिंह ने अपनी जमीन का सौदा किया था, जिसके पैसे के हिसाब-किताब को लेकर उनके पुत्र अखिलेश उर्फ ओटू (35 वर्ष) के साथ विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि अखिलेश ने गुस्से में डंडे से पिता के सिर पर वार कर दिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
हत्या के बाद अखिलेश ने खुद को बचाने के लिए कपड़े बदलकर घटना स्थल से फरार होने की योजना बनाई। उसने अपने पहने हुए खून से सने कपड़ों को भिगोकर छिपा दिया और दूसरे कपड़े पहनकर डीएम ढाबा पर जाकर समय बिताया। देर रात 1 बजे वह अपने घर लौट आया और सुबह सामान्य दिनचर्या के अनुसार काम पर चला गया। दोपहर में उसने खुद ही पुलिस को घटना की सूचना दी, ताकि वह संदेह से बच सके।
पुलिस की जांच और साक्ष्य:
पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई शुरू की। मृतक के पुत्र अखिलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जांच के दौरान, यह स्पष्ट हुआ कि घटना के पीछे पैसे के लेनदेन का विवाद था। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल से धमकी देने और बातचीत के वीडियो भी बरामद किए, जो मुकदमे में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम आए।
अभियुक्त का विवरण:
नाम: अखिलेश उर्फ ओटू
पिता का नाम: प्रभाकर सिंह
पता: ग्राम डीह अशरफाबाद, थाना सरपतहाँ, जौनपुर
पंजीकृत अभियोग:
मु0अ0सं0: 85/2025
धारा: 103(1), 324(4) BNS
थाना: सरपतहाँ, जनपद जौनपुर
बरामदगी:
हत्या में इस्तेमाल डंडा (आलाकत्ल)
पुलिस टीम का योगदान:
हत्या के इस मामले को सुलझाने में पुलिस अधीक्षक जौनपुर के निर्देश और अपर पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन में सरपतहाँ थाना और स्वाट टीम ने मिलकर बेहतरीन कार्य किया।
गिरफ्तारी/बरामदगी करने वाली टीम:
1.प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार सिंह
2.वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रेमशंकर सिंह
3.उपनिरीक्षक विवेकानंद सिंह
4.उपनिरीक्षक अनिल कुमार (एसओजी टीम)
5.हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार, जितेंद्र सिंह, अमरेंद्र सिंह
6.कांस्टेबल अमित सिंह, विमलेश यादव (एसओजी टीम)
7.हेड कांस्टेबल संजीव सिंह, कांस्टेबल ओमप्रकाश यादव, आनंद निषाद
पुलिस का संदेश:
जौनपुर पुलिस ने यह साबित किया है कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है। जनता से अपील की जाती है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।