जौनपुर: खुटहन थाना क्षेत्र के राऊतपुर गांव में एक बार फिर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दो माह पूर्व 12 वर्षीय सत्यम का शव हाईवे किनारे संदिग्ध अवस्था में मिला था। शुरुआत में इसे एक हादसा मानकर मामला शांत हो गया था, लेकिन अब परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है, जिससे मामला फिर से चर्चा में आ गया है।
क्या है पूरा मामला?
राऊतपुर गांव के रहने वाले 12 वर्षीय सत्यम का शव दो माह पहले हाईवे किनारे पाया गया था। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे हादसा करार दिया और मामला बंद कर दिया। परिजनों ने भी शुरुआत में पुलिस की बात को मान लिया। लेकिन समय बीतने के साथ कई ऐसी बातें सामने आईं, जिससे परिजनों का शक गहराता गया।
सत्यम के परिवार का आरोप है कि उनके बेटे को कुछ लोग बुलाकर अपने साथ ले गए थे। बाद में उसका शव मिलने की सूचना मिली। परिवार ने दावा किया है कि घटना हादसा नहीं, बल्कि एक साजिश के तहत की गई हत्या है।
शव को कब्र से निकाला गया
परिजनों की शिकायत के बाद डीएम के आदेश पर सत्यम के शव को कब्र से निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
परिजनों का बयान
सत्यम के परिजनों का कहना है, “हमारे बेटे को बहाने से बुलाया गया और उसकी हत्या कर दी गई। अगर यह हादसा होता, तो उसे बुलाने वाले लोग सामने आते। लेकिन दो महीने तक चुप्पी साधी गई।”
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मामले की नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। संबंधित थाना प्रभारी ने बताया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है और सत्यम के दोस्तों और जानने वालों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद से राऊतपुर गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीण इस मामले में पुलिस की ढिलाई को लेकर नाराज हैं। उनका कहना है कि अगर शुरुआत में सही तरीके से जांच की जाती, तो आज स्थिति अलग होती।
क्या होगा आगे?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच के नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
यह मामला न सिर्फ सत्यम के परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करता है—क्या इंसाफ मिलेगा या यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?