लगातार वारदातों से दहशत में जनता, पुलिस पर उठ रहे सवाल
तामीर हसन शीबू
जौनपुर। जनपद के जफराबाद थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस की सुस्ती अब चर्चा का विषय बन चुकी है। क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों में हुई लगातार आपराधिक घटनाओं ने न केवल आम जनता को दहशत में डाल दिया है, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
24 घंटे में दो बड़ी वारदातें, पुलिस खाली हाथ——-
जमैथा रेलवे क्रॉसिंग पर गेटमैन के साथ मारपीट कर बदमाश फरार हो गए। इस घटना को बीते अभी कुछ ही समय हुआ था कि जफराबाद-कबूलपुर बाईपास पर स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने एक व्यापारी से मोबाइल और पिकअप मैक्स लूट ली। दोनों ही घटनाओं में अब तक कोई ठोस गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जफराबाद थाना क्षेत्र में अपराधी बेखौफ हो चले हैं और पुलिस निष्क्रियता की स्थिति में है।
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस, नंबर प्लेट नहीं साफ
विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि थाना अध्यक्ष जफराबाद द्वारा 70 से 80 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई है, लेकिन स्कॉर्पियो की रफ्तार इतनी तेज थी कि नंबर प्लेट स्पष्ट रूप से नजर नहीं आई। इसके चलते पुलिस अभी तक किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाई है।
‘छत्रछाया’ में थाना अध्यक्ष, चर्चाओं का बाजार गर्म
क्षेत्र में यह चर्चा आम हो गई है कि थाना अध्यक्ष को जनप्रतिनिधि और उच्च अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, जिससे कार्रवाई में ढिलाई देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि पुलिस अब “हाफ एनकाउंटर” या एनकाउंटर जैसे स्टंट्स के जरिए अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर सकती है।
लूटकांड के बाद हरकत में आई पुलिस, 10 टीमें तैनात——-
बृहस्पतिवार को पिकअप लूट की घटना के बाद जफराबाद पुलिस सक्रिय हुई है। जानकारी के अनुसार, ड्राइवर नखड़ू के शाहगंज से निकलने से लेकर वारदात स्थल और पंचहटिया तक के सभी संभावित CCTV फुटेज को खंगाला जा चुका है।
प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश यादव के नेतृत्व में कुल 10 पुलिस टीमें जांच में जुटी हैं। चौकी प्रभारी मनोज राय सहित महिला व पुरुष कांस्टेबल, और सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है।
प्रभारी निरीक्षक का दावा – जल्द होगा खुलासा
प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश यादव का कहना है कि पुलिस टीम हर संभव प्रयास कर रही है और जल्द ही इस लूटकांड का खुलासा किया जाएगा। हालांकि, आमजन में अब भी विश्वास की कमी साफ देखी जा सकती है।यदि अपराध नियंत्रण को लेकर इसी तरह की निष्क्रियता बनी रही, तो जफराबाद में कानून व्यवस्था की स्थिति और भी खराब हो सकती है।