जौनपुर: कांग्रेस पार्टी के नए जिलाध्यक्ष प्रमोद सिंह ने पदभार संभालते ही अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को ही सच दिखाने का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। आमतौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार सवाल पूछते हैं और नेता जवाब देते हैं, लेकिन यहां मामला उल्टा नजर आया। जिलाध्यक्ष ने मीडिया से कहा कि वे सिर्फ सच्चाई दिखाएं। उनके इस बयान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को चर्चा का विषय बना दिया।
पहली ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में बदले तेवर!
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष प्रमोद सिंह जब अपनी प्राथमिकताओं और पार्टी की रणनीति पर बात कर रहे थे, तभी एक पत्रकार ने संगठन की जमीनी स्थिति को लेकर सवाल पूछा। इस पर उन्होंने जवाब देने के बजाय पत्रकारों को ही सच दिखाने की नसीहत दे डाली।
पत्रकारों के सवाल पर असहज दिखे जिलाध्यक्ष
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने जौनपुर में कांग्रेस संगठन की कमजोर स्थिति और भविष्य की योजनाओं को लेकर सवाल पूछे। लेकिन जिलाध्यक्ष ने संगठन को मजबूत करने की रणनीति बताने के बजाय मीडिया से ही सच्चाई दिखाने की अपील कर डाली। उनके इस बयान के बाद वहां मौजूद पत्रकार असमंजस में पड़ गए।
राजनीति में नया ट्रेंड या मीडिया पर दबाव?
राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर अलग-अलग चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि जिलाध्यक्ष अपनी पार्टी की छवि सुधारने के लिए मीडिया से सहयोग मांग रहे थे, जबकि कुछ इसे पत्रकारों पर अप्रत्यक्ष दबाव डालने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं।
क्या कांग्रेस को मिलेगा नया तेवर?
जौनपुर में कांग्रेस पार्टी पिछले कुछ वर्षों से संघर्षरत स्थिति में है। ऐसे में नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति से कार्यकर्ताओं को कुछ उम्मीदें थीं। लेकिन पहली ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को सीख देने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि वे संगठन को किस दिशा में ले जाते हैं और कांग्रेस की पकड़ जिले में कितनी मजबूत होती है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रमोद सिंह का यह रुख कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित होगा या फिर मीडिया से दूरी पार्टी के लिए नुकसानदेह बनेगी!