पूर्वाचल लाईफ़/पंकज जायसवाल
जौनपुर। शाहगंज सुइथाकला क्षेत्र के बसौली गांव में स्थित क्षेत्र के लोगों के लिए श्रद्धा और भक्ति के केंद्र व शीतला माता के मंदिर देवी धाम बसौली में भक्तों ने नवरात्रि के पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता के दर्शन किए। मां के दर्शन- पूजन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जगह-जगह पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान पंडितों द्वारा आयोजित किए गए। मंदिर के मुख्य पुजारी पं.रमेश तिवारी ने बताया कि पांचवें दिन मां दुर्गा के पंचम स्वरूप स्कंदमाता की आराधना होती है। देवी का यह स्वरूप नारी शक्ति और मातृ शक्ति का प्रतीक है। स्कंद कुमार की माता होने के कारण इनका नाम स्कंदमाता पड़ा है। उन्होंने बताया कि मां के इस स्वरूप की उपासना से नकारात्मक शक्तियां नष्ट होती हैं और उनके स्मरण मात्र से असंभव कार्य संभव हो जाते हैं। देवी के इस स्वरूप की आराधना से व्यक्ति की सभी कामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। पुजारी ने बताया कि देवी धाम में जो भी भक्त व श्रद्धालु अपने मन में मनोकामनाएं लेकर आते हैं मां उनकी मुरादें जरूर पूरी करती हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य यदि सच्चे, निश्चल और निष्काम भाव से मां की भक्ति करता है तो हर दिशा में उसका मंगल ही मंगल होता है। सहायक पुजारी शैलेश गिरी ने बताया कि माता के इस मंदिर से क्षेत्र के लाखों लोगों की अटूट आस्था और श्रद्धा जुड़ी है। मां के चरणों में जिनका दृढ़ विश्वास होता है उनके जीवन पथ में कोई भी समस्या बाधा नहीं बनती।