सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लाठीचार्ज का वीडियो
जौनपुर जिले के मुंगराबादशाहपुर में एक अजीबोगरीब और विवादास्पद घटना घटित हुई, जब उप निरीक्षक (एसआई) मनोज कुमार सिंह ने कुछ युवकों पर लाठियां बरसा दीं, जो मोहल्ले में शांति से होली खेल रहे थे। यह घटना मुंगराबादशाहपुर नगर के मोहल्ला कमालपुर (रेलवे फाटक के पास) की है, जहां कुछ युवक होली के रंगों में रंगे हुए थे और त्योहार का आनंद ले रहे थे।
पुलिस प्रशासन की ओर से पहले ही होली को सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाने की अपील की गई थी, लेकिन इस घटना ने पुलिस के इस संदेश को पूरी तरह नकार दिया। 11:30 बजे के आसपास, गश्त पर निकले उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने अपने टीम के साथ मोहल्ले में पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के, भद्दी गालियां देते हुए युवकों पर लाठियों से हमला कर दिया। इस दौरान कई युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की पूरी जानकारी:
पीड़ितों में शामिल अमित कुमार गुप्ता और अमित कुमार साहू (चिन्टू) ने आरोप लगाया कि वे और उनके मोहल्ले के अन्य लोग पूरी तरह से शांतिपूर्वक होली खेल रहे थे, लेकिन अचानक उप निरीक्षक और उनकी टीम ने गालियां देते हुए लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस हिंसा में उन्हें गंभीर चोटें आईं और गाली देते हुए पुलिसकर्मियों ने उन्हें उनके घर तक खदेड़ दिया।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना:
किस्मत से, इस पूरी घटना को वहां लगे एक सीसीटीवी कैमरे ने रिकॉर्ड कर लिया, जिससे यह साबित हुआ कि पुलिस ने बिना किसी वजह के युवकों पर हमला किया था। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह और उनके साथी पुलिसकर्मी युवकों को लाठियों से पीट रहे थे और उन पर गालियों की बौछार कर रहे थे। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर जबरदस्त हलचल मचा दी और स्थानीय लोगों के बीच पुलिस प्रशासन के खिलाफ गुस्सा और आक्रोश फैल गया।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल:
इस घटना के बाद मोहल्ले के लोग और स्थानीय समुदाय पुलिस के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस की इस तरह की बर्बरता से न केवल होली का त्यौहार खराब हुआ, बल्कि पुलिस प्रशासन की छवि पर भी सवाल उठते हैं। लोग यह भी कह रहे हैं कि पुलिस का यह दखल न केवल त्योहार को खराब करने वाला था, बल्कि यह पुलिस के अत्यधिक दखलंदाजी और असंवेदनशील व्यवहार का भी उदाहरण है।
पीड़ित युवकों ने आरोप लगाया कि वे कुछ गलत नहीं कर रहे थे, फिर भी पुलिस ने उन्हें परेशान किया। इस तरह की कार्रवाई से न केवल युवकों को मानसिक और शारीरिक चोटें पहुंची, बल्कि पुलिस के इस व्यवहार से आम जनता में डर और अविश्वास भी बढ़ गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो:
घटना के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में स्थानीय लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूज़र्स ने पुलिस के इस व्यवहार की निंदा की है और यह सवाल उठाया है कि क्या पुलिस अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल कर रही है? कई लोग इस बात से नाराज़ हैं कि पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से होली का माहौल भी खराब हो गया।
प्रशासन पर दबाव:
इस घटना के बाद अब प्रशासन और पुलिस पर दबाव बढ़ गया है कि वह इस मामले की गंभीरता से जांच करें और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस मामले में उप निरीक्षक मनोज कुमार सिंह और उनके साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह के घटनाओं को रोका जा सके।
निष्कर्ष:
इस पूरी घटना ने पुलिस प्रशासन और आम नागरिकों के बीच की खाई को और गहरा कर दिया है। पुलिस की ओर से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय लोग और पीड़ित युवक न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। इस मामले में अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस घटना पर क्या कदम उठाता है और क्या दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है या नहीं।