जौनपुर। इस्लामी हिजरी महीना रजबुल मोरज्जब की 26 तारीख को तारीखी जुलूस जशने मेराजुन्नबी स०अ०व० व जुलूस मदहे सहाबा रज़ि० का एक जलसा व क़ौमी यक़जहती कांफ्रेंस शानो-शौकत से शहर में मनाया गया इसी सिलसिले में आयोजन कमेटी औलिया सीरत कमेटी की निगरानी में जुलूस के रास्ते को सजाया गया जगह जगह रंग बिरंगी झालरों से दुल्हन सा सजाया गया था
जिसका आग़ाज़ कलामे रब्बानी से हाफ़िज़ यासिर हश्शान ने किया नाते नबी का नज़राना कारी ज़या जौनपुरी हनीफ अन्सारी शायरे इस्लाम अकरम जौनपुरी अज़ीम जौनपुरी ने पेश किया हज़रत मौलाना अजीबुर्रहमान ग़ाज़ीपुरी ने फरमाया जशने मेराजुन्नबी स०अ०व० व जुलूस मदहे सहाबा रज़ि० जिस सिलसिले मनाया जा रहा आज ही की वो तारीख है। जब अल्लाह के रसूल अर्शे मोअल्ला पर तशरीफ़ ले गये अल्लाह ने अपने रसूल को तोहफे नमाज़ दिया अल्लाह के रसूल ने बताया नमाज़ में अल्लाह के सामने होता है। संचालन औलिया सीरत कमेटी के पूर्व अध्यक्ष कमालुद्दीन अन्सारी ने किया क़ौमी यकजहती कांफ्रेंस में विभिन्न धर्मों के लोगों ने आपसी सद्भावना व सद्भाव पर अपने अपने विचार प्रकट करने में लाल मोहम्मद राईनी निखलेश सिंह हिशामुदीन शाह शौकत अली मुन्ना राजा विरेन्द्र कुमार यादव सद्दाम हुसैन असलम शेर खान पूर्व विधायक मो० अरशद खान लोगों ने गंगा जमुना तहज़ीब सदा कायम रखने पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि रहे फिरोज़ खान चेयरमैन कजगांव ने शुक्रिया अदा किया, डा०सरफराज़ खान प्रतिनिधि चेयरमैन ज़फराबाद ने कहा जौनपुर में जिस तरह आज की तारीख़ के बारे में बताया जशने मेराज एक अज़ीम वाक्या है में नमाज़ का तोहफा मिला और हम सब को मज़बूती के साथ नमाज़ पढ़े और इन्सानियत का दामन कभी कभी नहीं छोड़ना चाहिए और मुख्य अतिथि रहे बाबू सिंह कुशवाहा सांसद जौनपुर ने कहा कि आप लोगों ने जिस तरह मिशाल पेश करते रहे हैं। हम भी आप लोगों के साथ हमेशा खड़े रहेंगे और एक बहुत बड़ा काम आप के बीच में होगा जो गंगा जमुना तहज़ीब मिशाल रहे। उसके बाद अतिथिगण गणमान्य लोगों ने हरा झंडा दिखाकर जुलूस बढ़ाया जिसमें फन सिपाहगरि अखाड़े और नात खां अन्जुमने शामिल रही और जुलूस के रास्ते में विभिन्न कमेटियों ने स्टेज जलपान का स्टाल लगाकर हौसला अफजाई की। जुलूस शानो-शौकत के साथ शाही अटाला मस्जिद पहुंच कर जलसे में तब्दील हो गया। इस मौके पर मुख्य रूप से अनवारूल हक़ गुड्डू, हबीबुल्ला मंसूरी रिटायर जज बिहार कमर अहमद उर्फ शकील मुमताज, शाहिद मंसूरी, अकरम मंसूरी, नूरुद्दीन मंसूरी, अजीज फरीदी, शम्स तबरेज, हाजी इमरान, मो अंसार इदरीसी, सलीम मंसूरी आदि मौजूद थे।
जशने मेराजुन्नबी स०अ०व० व जुलूस मदहे सहाबा रज़ि० सकुशल सम्पन्न
